Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए प्रथम चरण का मतदान 19 अप्रैल को होने वाला है. जहां प्रथम चरण में चुनाव होने हैं अभी बीजेपी-कांग्रेस के स्टार प्रचारक वहां चुनावी सभा कर रहे हैं. साथ ही दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य (Lal Singh Arya) ने कांग्रेस में जोरदार हमला बोला है.
बीजेपी एससी मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा कि 'मुझे लगता है कि अगर संविधान और आरक्षण किसी के कारण खतरे में है, तो वह कांग्रेस है. उन्होंने 1975 में आपातकाल लागू करके, अनुच्छेद 370 लागू करके संविधान की आत्मा को कुचल दिया था. कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर के खिलाफ जाकर जम्मू कश्मीर में धारा 370 लगाई थी और वहां अनुसूचित के आरक्षण पर घात लगाया था.'
उन्होंने आगे कहा कि 'इसके साथ ही वहां की विधानसभा की सीटें भी आरक्षित नहीं थी, लेकिन धारा 370 जैसे ही पीएम मोदी ने हटाई तुरंत ही सात सीटें अनुसूचित जाति की और नौ सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हुई है. इसका मतलब ये है कि नरेंद्र मोदी की सरकार ही दलित हितैषी सरकार है. मुझे लगता है भारतीय संविधान और आरक्षण को नरेंद्र मोदी सरकार से कोई खतरा नहीं है, बल्कि उन्होंने कहा है कि जब तक मैं हूं तब तक उन्हें खरोच भी नहीं आएगी.'
'कांग्रेस अफवाह फैला रही है'
लाल सिंह आर्य ने आगे कहा, "कांग्रेस लगातार अनुसूचित जाति के गरीब वर्ग के भीतर अफवाह फैला रही है, क्योंकि ये गरीब वर्ग पीएम मोदी की योजनाओं की वजह से बीजेपी को वोट देने लगा है. कांग्रेस इसी डर की वजह भ्रम फैला रही है. पीएम मोदी संविधान की रक्षा 370 हटाकर करते हैं, अगर पीएम मोदी संविधान की रक्षा सरकार न हटाकर करते हैं, जबकि कांग्रेस 88 बार से ज्यादा संविधान में संसोधन किया तब संविधान खतरे में आया. बीजेपी बाबासाहेब के विचारों पर चलने वाली पार्टी है. रविदास जी को मानने वाली पार्टी है."
लाल सिंह आर्य ने ये भी कहा, "पीएम मोदी ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने 80 करोड़ गरीबों को अनाज देने का काम किया है. उनकी दवाई की गारंटी ली है, उनको पक्के माकन दिए हैं. यही तो बाबसाहेब ने संविधान में कहा था सामाजिक, आर्थिक, राजनैतिक, न्याय अवसर की समनता होनी चाहिए. भारत के इतिहास में पहली बार हमारे 12 मंत्री मोदी सरकार ने बनाए, तीन दलित राज्यपाल बनाए. पीएम मोदी ने सरकार में आते ही कहा था कि मेरी सरकार दलित, शोषित, वंचित, गरीब और महिलाओं के लिए समर्पित सरकार होगी. उन्होंने कहा था अगर बाबसाहेब नहीं होते नरेंद्र मोदी देश का प्रधानमंत्री नहीं होता."
'कांग्रेस दलितों का हक छीनना चाहती है'
उन्होंने कहा कि "अटल बिहारी वाजपेयी भी कहते थे कि मेरी सरकार बाबासाहेब के बनाए हुए संविधान के अनुसार चलेगी. बीजेपी हमेशा से बाबासाहेब में विश्वास करती है. कांग्रेस ने जिस घोषणापत्र को 'न्याय पत्र' नाम दिया है, वह मुस्लिम लीग से प्रभावित होकर बनाया गया है.मुझे डर है कि मुस्लिम लीग के प्रभाव और उनके निर्देश पर वो अनुसूचित जातियों के आरक्षण में कटौती करके उन लोगों को दे देंगे, जो संविधान के अनुसार आरक्षण श्रेणी में नहीं हैं. कांग्रेस दलितों का हक छीनना चाहती है, लेकिन जब तक बीजेपी है वह ऐसा नहीं होने देगी."
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