Rajasthan Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर निर्वाचन आयोग के अनुसार दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, वहीं दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान किया जाएगा. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर 2014 के बाद एक बार फिर 2024 लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. 


यहां केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री और मौजूदा सांसद कैलाश चौधरी बीजेपी के प्रत्याशी हैं. जबकि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आए उम्मेदाराम को कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी बनाया है. इसी के साथ बीजेपी का दामन छोड़कर बागी हुए निर्दलीय उम्मीदवार युवा रविंद्र सिंह भाटी ने इस चुनावी माहौल को अपनी दावेदारी से रोमांचक बना दिया है. इसके चलते बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला बना हुआ है.


इससे पहले भी हुआ था त्रिकोणीय मुकाबला
वहीं लोकसभा 2014 के चुनाव में बाड़मेर-जैसलमेर की लोकसभा सीट पर त्रिकोणीय मुकाबला था. उस दौरान बीजेपी की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल को अपनी पुरानी अदावत के चलते टिकट नहीं लेने दिया. राजे ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए कर्नल सोनाराम को अपना प्रत्याशी बनाया था.


वहीं कांग्रेस ने हरीश चौधरी को अपना प्रत्याशी बनाया. जबकि पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल ने टिकट नहीं मिलने पर नाराज होकर बीजेपी से बगावत करते हुए निर्दलीय चुनाव लड़ा. उस दौरान भी पूरे देश की निगाहें बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर थी. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी कर्नल सोनाराम को जीत मिली थी.


क्या कहते हैं 2014 के आंकड़े?
बीजेपी के कर्नल सोनाराम को 488747 मत मिले, जबकि दूसरे नंबर पर निर्दलीय प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल रहे उनको 401286 मत मिले. वहीं तीसरे नंबर पर कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी हरीश चौधरी रहे उन्हें 220881 मत मिले थे. 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस ने जाट प्रत्याशी को अपना उम्मीदवार बनाया था.


वहीं निर्दलीय के रूप में राजपूत प्रत्याशी पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल ने मैदान में ताल ठोंक कर इस लोकसभा सीट पर मुकाबला दिलचस्प और त्रिकोणीय कर दिया था. उस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जसोल ने 36 कॉम के जन समर्थन का दावा करते हुए भारी भीड़ के साथ अपना नामांकन दाखिल किया था.



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