Rajasthan Lok Sabha Chunav 2024: राजस्थान में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 12 संसदीय क्षेत्रों में मतदान हुआ. इन सीटों पर लगभग 58 प्रतिशत मतदान हुआ. अब दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है. पहले चरण में जयपुर, जयपुर ग्रामीण, अलवर, भरतपुर, श्री गंगानगर, दौसा, बीकानेर, करौली-धौलपुर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनू लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ.
अब दूसरे चरण में बाड़मेर, जालौर, उदयपुर, बांसवाड़ा, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, पाली, जोधपुर, चितौड़गढ़, राजसमंद, भीलवाड़ा, टोंक सवाई माधोपुर और झालावाड़-बारां सीटों पर वोटिंग होगी. पहले चरण के मतदान में क्या कुछ खास रहा, इस पर नजर डालते हैं.
10 प्वाइंट्स में समझिए पहले चरण के चुनाव में क्या रहा खास
• राजस्थान के श्री गंगानगर सीट पर सबसे ज्यादा 65.64 फीसदी वोटिंग हुई. 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां 74.39 प्रतिशत मतदान हुआ था.
• सबसे कम मतदान की अगर बात करें तो करौली-धौलपुर में सबसे कम 49.29 प्रतिशत मतदान हुआ है जबकि करौली-धौलपुर में 2019 में 55.06 प्रतिशत वोटिंग हुई थी.
• राजस्थान के सबसे कम वोटिंग वाले बूथ की बात करें तो भरतपुर के रूपवास के खेरिया बिल्लोच गांव में सबसे कम वोटिंग हुई. रूपवास में मतदाताओं की संख्या 1100 है लेकिन यहां सिर्फ 56 लोगों ने वोट डाले क्योंकि यहां के ग्रामीण लंबे समय से शराब के ठेके को हटाने की मांग कर रहे थे. उनकी मांग पूरी ने होने पर उन्होंने वोटिंग का बहिष्कार किया.
• दौसा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत पलावाला जाटान गांव के लोगों ने क्षेत्र में विकास कार्यों की कमी के कारण चुनाव का बहिष्कार किया. ग्रामीणों का कहना है कि परिसीमन के बाद गांव को विकास से वंचित रहना पड़ा. गांव के पूर्व सरपंच रामेश्वर गोरा ने कहा कि गांव में परिवहन के साधन और अन्य बुनियादी सुविधाओं और विकास का अभाव है. उन्होंने कहा, 'हम 4 साल से लगातार हर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.
• राजस्थान की लोकसभा सीटों पर स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बल और होम गार्ड जवानों की कंपनियों के साथ राजस्थान पुलिस को तैनात किया गया था.
• नागौर जिले में बीजेपी उम्मीदवार ज्योति मिर्धा और कांग्रेस समर्थित आरएलपी उम्मीदवार हनुमान बेनीवाल के समर्थकों में झड़प देखने को मिली. दोनों के समर्थकों के बीच मारपीट हुई. स्थिति पर काबू पाने के लिए हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा.
• चूरू लोकसभा सीट के गांव रामपुरा रेणु में फर्जी मतदान को लेकर 2 पक्षों में विवाद भी हुआ. इस दौरान झगड़े के दौरान बूथ एजेंट सिर में गंभीर चोट आई. हालात तनावपूर्ण बन गए. माहौल शांत होने के बाद दोबारा मतदान शुरू किया गया.
• पहले चरण के मतदान के दौरान विभिन्न मुद्दों को लेकर धौलपुर, दौसा, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, भरतपुर लोकसभा क्षेत्रों के करीब एक दर्जन गांवों में लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया.
• मतदान करने के बाद जहां अंगुली पर स्याही का निशाना लगाया जाता है वहीं सीकर सीट के मउ मतदान केंद्र में कुछ अलग देखने को मिला. यहां एक मतदाता शंकर कुड के दोनों हाथ नहीं होने पर उनके पैर के अंगूठे पर स्याही का निशान लगाया गया.
• पहले चरण के मतदान में कई नवविवाहित दंपती भी शादी की रस्म पूरी करने के बाद मतदान करने के लिए पहुंचे. इसके अलावा लंदन, कनाडा, स्कॉटलैंड सहित अन्य देशों में रह रहे लोग अपने गृहक्षत्रों में मतदान करने के लिए पहुंचे.
झुंझुनू में मतदान के दिन हुआ कुछ ऐसा
इसके अलावा, राजस्थान में कई वोर्टस में मतदान को लेकर गजब का उत्साह देखा गया. झुंझुनूं में भारतीय राजस्व सेवा के अधिकारी ने मतदान करने का संदेश देने के लिए 21 किलोमीटर की दौड़ लगाई. वहीं, झुंझुनूं में ही बीजेपी उम्मीदवार शुभकरण चौधरी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें वो सुरक्षाकर्मी के साथ विवाद करते नजर आए. सुरक्षाकर्मी ने जब पहचान पत्र मांगा तो वे नाराज हो गए.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में कम वोटर टर्नआउट पर CM भजनलाल बोले- 'किन्हीं कारणों से मतदान कम हुए लेकिन...'