Rajasthan News: लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद पूर्वी राजस्थान (Rajasthan) में बीजेपी पूरी तरह से साफ हो गई है. जिसमें वो चार लोकसभा की सीटें हैं जहां पर बीजेपी पिछले दो लोकसभा चुनाव से जीत रही थी. उन चार सीटों पर कांग्रेस की जीत हुई है. बीजेपी उन सीटों पर अपने पुराने रिकॉर्ड को दोहरा नहीं पाई है. जिसे लेकर अब हार के कारणों को देखा जा रहा है. हार की क्या बड़ी वजहें हैं ?
दरअसल, ये वो सीटें हैं जहां पर कांग्रेस ने अपने दो वर्तमान विधायकों को मैदान में उतार दिया था और दोनों जीत गए हैं. इसके साथ ही एक पूर्व मंत्री ने भी चुनाव जीत लिया है. पूर्वी राजस्थान में गुर्जर, मीणा और जाट बड़ी संख्या में अपनी भूमिका निभाते हैं. इस बार इन जातियों के नेताओं को बीजेपी साधने में पीछे रह गई है. इसलिए यहां पर परिणाम पूरी तरह से बदल गया है.
धौलपुर-करौली लोकसभा सीट पर कांग्रेस के भजनलाल जाटव को 98945 वोटों से जीत मिली है. यहां पर बीजेपी की इन्दु देवी चुनाव हार गई हैं. जबकि, इस सीट पर बीजेपी पिछले दो चुनाव से लगातार चुनाव जीत रही है. यहां सीटिंग सांसद मनोज राजौरिया का टिकट काट दिया गया था. इसके बाद से माना जा रहा था कि यहां पर बीजेपी का माहौल कठिन है. जो नतीजे में अब परिवर्तित हो गया है. यहां बदलाव हुआ है.
दौसा में बड़ा फेरबदल ?
दौसा लोकसभा सीट पर कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा को जीत मिली है. मुरारी ने बीजेपी के कन्हैयालाल मीणा को 237340 वोटों से हरा दिया है. यहां की वर्तमान सांसद जसकौर मीणा का टिकट काटा गया था. इस फेरबदल के बाद यहां पर मुकाबला कड़ा हो गया था. इसलिए बीजेपी यहां पर जीत की हैट्रिक नहीं लगा पाई है. यहां पर बड़ा फेरबदल हो गया है.
भरतपुर लोकसभा सीट पर बड़ा खेला ?
भरतपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है. यहां से संजना जाटव ने 51983 मतों के अंतर से जीत हासिल की है. बीजेपी ने पूर्व सांसद रामस्वरूप कोली को मैदान में उतारा था और उन्हें हार मिली. बीजेपी ने जब वर्तमान सांसद का टिकट काटा था तभी इस बात की चर्चा होने लगी थी कि मुकाबला बेहद रोचक होने वाला है. यहां पर बीजेपी को हार मिली है.
टोंक-सवाईमाधोपुर में नहीं लगाई हैट्रिक
टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा पर बीजेपी के जीत की हैट्रिक नहीं लग पाई है. यहां पर कांग्रेस के विधायक हरीश मीणा को 64949 मतों से जीत मिली है. इस सीट से लगातार तीसरी बार सुखबीर सिंह जौनापुरिया मैदान में थे. उनका विरोध हुआ था फिर भी टिकट नहीं काटा गया है. उन्हें बेहद रोचक मुकाबले में हार मिली है.
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