Rajasthan: बीजेपी की टिकट मांग रहे रिटायर्ड आईएएस के खिलाफ लोकायुक्त ने दर्ज किया करप्शन केस, पूर्व कलेक्टर बोले- मेरे खिलाफ साजिश
Rajasthan Elections 2023: रिटायरमेंट के बाद अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे वेद प्रकाश शर्मा के खिलाफ दस माह पूर्व दर्ज किया गया मुकदमा गुरुवार को अचानक चर्चा में आ गया है.
भारतीय जनता पार्टी जॉइन कर विधानसभा की टिकट मांग रहे मध्यप्रदेश एक रिटायर्ड आईएसएस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. नरसिंहपुर जिले के पूर्व कलेक्टर और रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा के खिलाफ लोकायुक्त ने करप्शन का मुकदमा दर्ज किया है. हालांकि,यह एफआईआर दिसम्बर 2022 में दर्ज हुई थी और अब इसका खुलासा होने पर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे है.
यहां बताते चलें कि नरसिंहपुर जिले के पूर्व कलेक्टर और रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा ने ग्वालियर में हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में भाजपा ज्वाइन की थी. रिटायरमेंट के बाद अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने जा रहे वेद प्रकाश शर्मा के खिलाफ दस माह पूर्व दर्ज किया गया पद के दुरुपयोग का मुकदमा आज गुरुवार (24 अगस्त) को अचानक चर्चा में आ गया है. कहने को यह एफआईआर दिसंबर 2022 में दर्ज की गई थी लेकिन इसका जिन्न अब जाकर बाहर आया है.
लोकायुक्त मुख्यालय भोपाल में नरसिंहपुर निवासी रमाकांत कौरव द्वारा एक शिकायत पेश की गई थी, जिसमें नियम विरुद्ध तरीके से आपराधिक तत्व को शस्त्र लाइसेंस जारी करने का आरोप लगाया गया था.
इस शिकायत के कुछ तथ्यों को उनके द्वारा लोकायुक्त के समक्ष पेश किया गया था. शिकायतकर्ता रमाकांत कौरव ने बताया कि नरसिंहपुर के कलेक्टर पद से ट्रांसफर हो जाने के बावजूद भी अवकाश के दिन पूर्व आईएएस वेद प्रकाश ने अपने एक करीबी को शस्त्र लाइसेंस प्रदान किया था. इतना ही नहीं नरसिंहपुर कलेक्टर रहते हुए 100 से अधिक लोगों को उनके द्वारा लाइसेंस जारी किए गए जो अपराधिक प्रवृत्ति के थे.
लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि 2021 में लोकायुक्त मुख्यालय में की गई इस शिकायत पर लंबी जांच चली. इसके बाद दिसंबर 2022 में पूर्व आईएएस वेद प्रकाश शर्मा के विरुद्ध लोकायुक्त जबलपुर में मुकदमा दर्ज किया गया,जो फिलहाल विवेचना में है.
खास बात यह है कि चंद दिनों पूर्व रिटायर्ड वेद प्रकाश शर्मा ने भाजपा की सदस्यता ली थी. इस बीच जबलपुर की पश्चिम विधानसभा सीट से उनकी बेहद मजबूत दावेदारी के भी चर्चे थे. वे लगातार जनसंपर्क में लगे हुए है. दिसंबर माह में दर्ज हुई एफआईआर का जिन्न अचानक बाहर निकलने से इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं.
रिटायर्ड आईएएस वेद प्रकाश शर्मा ने कहा कि यह उनके राजनीतिक विरोधियों की साजिश है.यह प्रायोजित शिकायत है,जिसका वे उचित समय पर जवाब देंगे.दस माह पुराने मामले को अब बाहर लाये जाने पर भी शर्मा ने आश्चर्य व्यक्त किया है.
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