Lok Sabha Elections 2024: राजस्थान में लोकसभा की कुल 25 सीटें हैं. जिनपर दो बार से लगातार बीजेपी (BJP) जीत रही है. कांग्रेस यहां पर खाता खोलने के लिए पूरी तैयारी में है. दिल्ली में हुई बैठक में राजस्थान के 25 लोकसभा प्रभारियों ने पूरी जानकारी ली है. वहां से लौटने के बाद अब 22 जनवरी से 30 जनवरी तक इन प्रभारियों को लोकसभा सभा क्षेत्र में जाना है. उन्हें अब यह तय करना है कि वहां पर कौन उम्मीदवार है जो बेहतर चुनाव लड़ सकता है. जो उस सीट पर टक्कर दे पाए. जातिगत और तमाम समीकरण को फोकस करना है.


दो से तीन बैठक हर प्रभारी अपने लोकसभा क्षेत्र में करेगा. वहां पर जिले कांग्रेस के नेता भी शामिल होंगे. उनकी सहमति से नाम तय करके प्रदेश कांग्रेस समिति को रिपोर्ट सौंपनी है. हर लोकसभा क्षेत्र में एक प्रभारी को आठ दिन का समय मिला है. प्रभारी 22 से 31 जनवरी तक अपने क्षेत्र में जाएगा. जहां पर सभी नेताओं के साथ मिलकर बैठक करेगा. वहां पर विधान सभा चुनाव को लेकर भी अनुभव शेयर किया जाएगा. आठ दिन में पूरी टीम काम करेगी.


दो दिनों की बैठक में होगी समीकरणों पर चर्चा


इस काम के बाद ही कांग्रेस आगे सीटों के गठबंधन के लिए काम करेगी. इस रिपोर्ट को आधार बनाकर पार्टी आगे काम करेगी. इस बार कांग्रेस नई रणनीति के तहत चुनाव मैदान में जाना चाहती है. नए नेताओं को आगे कर पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरना चाहती है. ऐसे में उन सभी बातों और टिप्स को फॉलो कर रही है. 


सवाईमाधोपुर-टोंक लोकसभा सीट के प्रभारी महेश शर्मा का कहना है कि 22 जनवरी से क्षेत्र में जाना है लेकिन 24 और 25 जनवरी को दो बैठक लूंगा. सवाईमाधोपुर में 24 और 25 को टोंक में बैठक होगी. यहां सभी समीकरणों पर चर्चा और मंथन किया जाएगा. 30 जनवरी के बाद 31 को रिपोर्ट सौंप दी जाएगी. इसके लिए पूरा काम किया जा रहा है. 


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