Lumpy Virus Disease: राजस्थान में लंपी वायरस का संक्रमण गोवंश की लगातार जान ले रहा है. बीमारी की रोकथाम में सरकारी उदासीनता का आरोप लगाकर सोमवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गौपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया के निवास के बाहर प्रदर्शन किया. गाय लेकर पहुंचे प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी भी की. उन्होंने करीब डेढ़ घंटे तक प्रदर्शन किया. प्रदर्शन का नेतृत्व एबीवीपी के राष्ट्रीय मंत्री हुश्यार मीणा ने किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में लंपी वायरस की बीमारी से रोज गायों की मौत हो रही है और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है.
एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने गाय के साथ जताया विरोध
उन्होंने बीमारी को महामारी घोषित करने, पैकेज जारी करने, गायों के लिए टीके की व्यवस्था करने और किसानों को मुआवजा देने की मांग उठाई. मीणा ने गाय के साथ विरोध जताने पर कहा कि गाय अपनी पीड़ा को बयां नहीं कर सकती हैं. मंत्री के निवास पर गाय इसलिए लाए ताकि सरकार बीमारी के प्रति गंभीरता बरते. उन्होंने मांग की कि बीमारी पर जागरूकता फैलाने के लिए तहसील स्तर पर हेल्पलाइन नंबर जारी करवाए जाएं.
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कहा-सरकार लंपी वायरस बीमारी के प्रति नहीं गंभीर
प्रदर्शन में आरयू छात्रसंघ महासचिव अरविंद जाजड़ा, इकाई अध्यक्ष भरत भूषण, सचिव महेंद्र चौधरी, विभाग संयोजक राजेंद्र प्रजापत, राहुल मीणा, रोहित मीणा, देव पलसानिया, मनु दाधीच सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे. शहीद स्मारक पर जनसंख्या समाधान फाउंडेशन ने भी धरना दिया. फाउंडेशन के नारायणराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में लंपी बीमारी ने भयंकर रूप ले लिया है और लाखों गोवंश काल के मुंह में समा गए हैं.
बीमारी से ग्रस्त गोमाता तड़प- तड़प कर मर रही हैं और सरकार विशेष ध्यान नहीं दे रही है. शहीद स्मारक से रैली के रूप में सिविल लाइन फाटक की तरफ बड़ रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने रोक लिया. प्रदर्शनकारियों ने मुख्य सचिव उषा शर्मा से हुई वार्ता में सभी मांगों पर सहमति जताने के बाद धरना समाप्त किया. लंपी बीमारी को पशु आपदा घोषित करने, अधिक से अधिक डॉक्टरों की तैनाती, बीमारी की जांच करने और रोकथाम के उपायों की मांग की गई.