Lumpy Virus In Rajasthan: लंपी वायरस ने दी भरतपुर की गौशालाओं में दस्तक, 362 गोवंश संक्रमित और 6 की मौत
Bharatpur News: भरतपुर जिले में 16 गौशालाएं संचालित हैं जिनमें कुल 14533 गोवंश हैं. जिले में अब तक कुल मिलाकर 405 गोवंश की मौत हो चुकी है, जबकि 2372 गोवंश इलाज के बाद ठीक हो गए हैं.
Lumpy Virus In Bharatpur: राजस्थान (Rajasthan) सहित देश के लगभग 14 राज्यों में लंपी वायरस (Lumpy Virus) अपने पांव पसार चुका है. पश्चिमी राजस्थान के बाद अब यह वायरस पूर्वी राजस्थान में भी कहर बरपाने की तैयारी कर रहा है. राज्य का पूर्वी सिंह द्वार कहा जाने वाला भरतपुर (Bharatpur) जिला अब लंपी की चपेट आ गया है. भरतपुर की गौशालाओं में इस वायरस ने दस्तक दे दी है. जिले की 7 गौशालाओं की 362 गोवंश लंपी से संक्रमित मिले हैं.
तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री ने की अधिकारियों संग बैठक
लंपी वायरस ने सरकार, प्रशासन और पशुपालन विभाग की चिंता बढ़ा दी है. राज्य सराकर इस वायरस को काबू करने के लिए प्रयास कर रही है, लेकिन अभी तक इस वायरस पर काबू नहीं पाया जा सका है. आज तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने लंपी वायरस को लेकर जिला प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ पशुपालन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और वायरस को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये.
जिले में अब तक 405 गोवंश की मौत
बता दें कि भरतपुर जिले में कुल 2 लाख 5 हजार 401 गोवंश हैं जिनमें से 14533 गोवंश गौशाला में रहते हैं. जिले में अब तक 60848 गोवंश को गोट पॉक्स वैक्सीन लगा दी गई है. जिले अब तक 8855 गोवंश लंपी वायरस से संक्रमित हुए हैं जिनमें से 2372 गोवंश इलाज के बाद ठीक हो गए जबकि 405 गोवंश की अब तक मौत हो गई है.
जिले में 16 गौशालाओं में 14533 गोवंश
भरतपुर जिले में 16 गौशालाएं संचालित हैं जिनमें कुल 14533 गोवंश हैं. जिले की 16 गौशालाओं में से 12 गौशाला में आवासित 11134 गोवंश में लंपी स्किन डिसीज की रोकथाम के लिए गोट पॉक्स वैक्सीन लगाई जा चुकी है. वहीं जिन सात गौशालाओं में वायरस मिला है वहां फिलहाल वैक्सीन नहीं लगाई जा रही है. इन सात गौशालाओं में 362 गोवंश संक्रमित हैं, जिसमें से 40 गोवंश ठीक हो चुके हैं, जबकि 6 की मौत हो गई है.
संक्रमित गोवंश को आइसोलेट करने का निर्देश
पशुपालन विभाग द्वारा टीमें बनाकर घर-घर सर्वे किया जा रहा है और गौशालाओं में भी जाकर गौवंश की जांच की जा रही है. मेवात इलाके में यह वायरस तेजी से फैल रहा है. जिले के सभी पंचायत मुख्यालयों पर लंपी वायरस से ग्रसित गोवंश को आइसोलेट करने के लिए पशु बाड़े बनाये जाने के निर्देश दिए हैं, साथ ही पशु बाड़े में चारा पानी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिये हैं.
आयुर्वेद और होम्योपैथ से किया जाए लंपी का इलाज
तकनीकि शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने जिला कलेक्ट्रेट के सभागार में जिला प्रशासन व पशुपालन विभाग के अधिकारीयों की बैठक ली और विधायक निधि से 10 लाख रुपये लंपी वायरस से ग्रसित गोवंश के होम्योपैथिक व आयुर्वेदिक पद्धति से इलाज कराने के लिए दिए.
पशुपालन विभाग द्वारा किया जा रहा है टीकाकरण
पशुपालन विभाग द्वारा घर-घर जाकर गौवंश के टीकाकरण का कार्य किया जा रहा है. इसके साथ ही विभाग द्वारा गौशालाओं में सोडियम हाइपोक्लोराइड का स्प्रे कराया जा रहा है, जिससे लंपी स्किन डिजीज को अन्य गौवंश में फैलने से रोका जा सके.
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