Republic Day Special: हिजबुल के 2 आतंकियों को ढेर करने वाले उदयपुर के मेजर झाला को दूसरी बार मिला सेना मेडल
Rajasthan News: मेजर झाला ने हिजबुल मुजाहिद्दीन के 2 आतंकी कमांडरों को मार गिराया था. मेजर ने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को भी ढेर किया था. इस वीरता के लिए उन्हें 2 बार सेना मेडल से नवाजा गया है.
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Rajasthan Major Jhala Sena Medal: उदयपुर के जांबाज योद्धा मेजर झाला (Major Jhala) को दूसरी बार सेना मेडल (Sena Medal) से नवाजा गया है. मेजर झाला ने हिजबुल मुजाहिद्दीन (Hizbul Mujahideen) के 2 आतंकी कमांडरों को मार गिराया था. यहीं नहीं इससे पहले मेजर ने लश्कर-ए-तैयबा के 2 आतंकियों को भी ढेर किया था. इसी वीरता के लिए उन्हें 2 बार सेना मेडल (वीरता) से नवाजा गया है. मेजर झाला मूलरूप से उदयपुर (Udaipur) के रहने वाले हैं और अभी शोपियों में 34 राष्ट्रीय राइफल में तैनात हैं. उन्होंने उदयपुर के सेंट्रल एकेडमी स्कूल से स्कूलिंग की और मोहनलाल सुखाड़िया यूनिवर्सिटी के विज्ञान महाविद्यालय से कॉलेज किया. फिर, वर्ष 2009 में आर्मी ऑफिसर बने.
दिया सरेंडर करने का मौका
मेजर झाला ने एबीपी से बात करते हुए बताया कि 19 अप्रैल 2021 की बात है. सूचना मिली थी कि हिजबुल मुजाहिद्दीन के 2 टॉप कमांडर शोपियों के जईपोरा में हैं. सूचना मिलते ही टीम को लेकर जईपोरा गांव पहुंचे और लोकेशन को घेरा. हमे देखकर उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. दोनों आतंकी कमांडर आमिर और सज्जार ऐसी जगह छिपे थे कि फायरिंग से फायदा नहीं मिल पा रहा था. उनको सरेंडर करने के लिए कहा और मौका भी दिया लेकिन वो फायरिंग करते रहे.
हैंड ग्रेनेड से किया हमला
मेजर ने बताया कि इसके बाद वो पास तक पहुंचे और हैंड ग्रेनेड फेंका जिससे आतंकी कमांडर आमिर घायल हो गया. इस दौरान वो संभलते हुए फायरिंग करने ही वाला था कि उसे मार गिराया. फिर दूसरा आतंकी सज्जार भाग, उसे तलाशने के लिए ड्रोन का उपयोग किया. 5 घंटे से ज्यादा मुठभेड़ चली और अंत में उसे भी मार गिराया. ये आतंकी 4 साल से इस एरिया में एक्टिव थे. इससे पहले लश्कर के आतंकी को मुठभेड़ में मार गिराया था जिसपर पिछली 15 अगस्त को सेना मेडल मिला था.
युवा ज्वाइन करें सेना
बड़ी बात ये है कि काफी कम योद्धाओं को 2 बार सेना मेडल मिलता है. इसे बार टू सेना मेडल कहा जाता है. मेजर झाला के पिता रघुनाथ सिंह झाला राजस्थान पुलिस में एसआई पद पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं. उन्होंने युवाओं को मैसेज दिया कि यूथ आगे आएं और आर्म फोर्स को ज्वाइन करें. जरूरी नहीं कि थल सेना ही, काफी सेक्टर हैं जहां युवा अपनी सेवाएं दे सकते हैं.
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