Makar Sankranti 2023 News: मकर संक्रांति को लेकर घरों में तैयारियां जोरों पर हैं. एक ओर जहां मौसम में थोड़ा परिवर्तन होगा तो वहीं ग्रहों की चाल से मकर संक्रांति के बाद असर लोगों के जीवन पर भी पड़ेगा. आइए हम आपको बताते हैं कि इस बार मकर संक्रांति पर क्या करने से आपकी किस्मत चमक सकती है और कैसे आप धार्मिक नियमों का पालन कर जीवन में खुशहाली ला सकते हैं.
इस बार सूर्य का मकर राशि में गोचर 14 जनवरी की रात को होगा. ऐसे में मकर सक्रांति 14 जनवरी को है और पुण्य काल 15 जनवरी को होगा. मकर राशि सूर्य शनि और शुक्र का त्रीग्रही योग से बनेगी. मकर राशि में बनने वाले त्रीग्रही योग कई राशियों की किस्मत चमका सकता है. जीवन में आर्थिक उन्नति के साथ धन लाभ के योग भी बनेंगे. इस बार संक्रांति का वाहन व्याघ्र है और उप वाहन अश्व है.
पंडित रमेश द्विवेदी ने क्या बताया
पंडित रमेश द्विवेदी ने बताया कि इस वर्ष संक्रांति का आगमन हरित वस्त्र में हो रहा है. जो उत्तम फसलों और धन धान्य का प्रतीक है. इस बार मकर संक्रांति चित्रा नक्षत्र और शनिवार के योग से आरंभ होगी. जो देश की उत्तम आर्थिक स्थिति को दर्शाएगी. इसके साथ ही खरमास समाप्त होकर शुभ और मांगलिक कार्यो का योग बनाएगा. ज्योतिष शास्त्र की मान्यता के अनुसार संक्रांति मे जप, दान, पुण्य और धार्मिक कार्यों को अनंतगुणित फल कहा गया है. यह जप, दान, पुण्य और तीर्थ स्नान आदि धार्मिक कार्य दूसरे दिन 15 जनवरी को किए जा सकते हैं.
इस दिन खिचड़ी खाने का है विशेष महत्व
इस दिन तिल, गुड़ से बनी वस्तुएं दान करने से शनि जनित पीडा से मुक्ति मिलती है. तीर्थ स्नान, पवित्र जलाशय के स्नान करने से व्यक्ति पुण्य अर्जित करता है. इस दिन खिचड़ी खाने का विशेष महत्व है. ज्योतिष के अनुसार मकर सक्रांति से ऋतु परिवर्तन भी होने लग जाता है. यहां से वसंत ऋतु के आगमन शुरू होता है. इस सक्रांति में शनि, गुरु दोनों मंदगामी ग्रह अपनी अपनी राशियों में चलायमान रहेगें. जो देश में खुशहाली का संकेत हैं.
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि ABPLive.com किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.