राजस्थान में मिलावट के खिलाफ सरकार की बड़ी कार्रवाई, कई नामी कंपनियों के मसालों का स्टॉक सीज
Jaipur News: स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव ने बताया राज्य केंद्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के अनुसार कुछ सैंपल में पेस्टिसाइड इंसेक्टिसाइड की मात्रा काफी अधिक पाई गई है.
Rajasthan News: राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार आमजन के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने वाले मिलावटखोरों पर सख्त कार्रवाई कर रही है. आमजन को शुद्ध खाद्य सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित करने की दृष्टि से प्रदेश में मिलावट के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के तहत की गई प्रभावी कार्रवाई में देश के नामी मसाला कंपनियों के प्रोडक्ट सही नहीं पाए गए.
चिकित्सा और स्वास्थ मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने इन कंपनियों के खिलाफ भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम के तहत सख्त कार्रवाई करने और मसाले को तुरंत से सीज किए जाने के निर्देश दिए हैं. चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग जयपुर की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में मसाले के सैंपल लेने के लिए 2023 में विशेष अभियान चलाया गया था.
इस अभियान के तहत नामी कंपनियों सहित विभिन्न कंपनियों के मसले के प्रदेश भर में कुल 93 सैंपल लिए गए थे. राज्य केंद्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला की जांच रिपोर्ट के अनुसार कुछ सैंपल में पेस्टिसाइड इंसेक्टिसाइड की मात्रा काफी अधिक पाई गई है. शुभ्रा सिंह ने बताया कि राज्य के सभी अभिहित अधिकारियों के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों को पत्र लिखकर पाए गए मसाले को सीज करने के निर्देश दिए हैं.
ये मसाले मिले अनसेफ
इसके साथ ही एमडीएच मसाले की निर्माण इकाई हरियाणा में होने वाले एवरेस्ट गजानंद मसाले की निर्माण इकाई गुजरात में होने के कारण वहां की खाद्य सुरक्षा आयुक्त को कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है. साथ ही भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण नई दिल्ली के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को भी इन मामलों की कार्रवाई के लिए पत्र लिखा गया है. खाद्य सुरक्षा आयुक्त इकबाल खान ने बताया कि जांच में एमडीएच, एवरेस्ट, गजानंद, श्याम, शीबा, ताजा जैसी नामी कंपनियों के मसलों में गड़बड़ी पाई गए है.
एमडीएच कंपनी के गरम मसाले में एसिटामिप्रिड, थियामेथोक्साम, इमिडाक्लोप्रिड, सब्जी मसाला और चना मसाला में ट्राईसाइलाजोन, प्रोफिनोफोस, श्याम कंपनी के गरम मसाला में एसिटामिप्रिड, शीबा ताजा कंपनी के रायता मसाले में थियामेथोक्साम और एसिटामिप्रिड, गजानंद कंपनी के अचार मसाले में इथियोन और एवरेस्ट कंपनी के जीरा मसाला में एजोक्सीस्ट्रोबिन और थियामेथोक्साम पेस्टिसाइड इंसेक्टिसाइड निर्धारित मात्रा से काफी अधिक पाए गई है. आमजन के स्वस्थ के लिए बेहद हानिकारक है.
अन्य मसालों के भी लिए जाएंगे सैंपल
इकबाल खान ने बताया कि इन कंपनियों के अन्य मसाले और उनसे बच के अतिरिक्त अन्य बच्चों के भी नमूने लिए जाएंगे. उन्होंने बताया कि मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारियों को इन मसाले के संबंध में लौट व बैच को निर्मित, सी एंड एफ, डिस्ट्रीब्यूटर और हॉलसेलर के यहां से तत्काल प्रभाव से सीज किए जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही इन ब्रांड के अन्य मसाले और मसाला पाउडर के सैंपल लेने के भी निर्देश दिए हैं. इसके लिए हरियाणा और गुजरात के खाद्य सुरक्षा आयुक्त को भी पत्र लिखा गया है.