Rajasthan: राजस्थान में राइट टू हेल्थ को लेकर विरोध चल रहा है. दूसरी ओर सरकार इस बिल को लागू करने के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है. चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने एक बार फिर इस बिल को लागू करने की बात कही. उन्होंने चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना में 25 लाख तक का उपचार निशुल्क किए जाने को लेकर भी कहा कि किसी भी प्रदेश में कहीं भी 25 लाख तक का उपचार नहीं होता, यहां तक कि विदेश में भी नहीं होता. परसादी लाल मीणा एक दिवसीय प्रवास पर आए कोटा में मीडिया से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि जयपुर में नारायणा और फोर्टिस जैसे बड़े अस्पताल मरीजों का इलाज नहीं कर रहे हैं, क्योंकि ये योजना से नहीं जुड़े हैं.


डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के तहत इमरजेंसी में निशुल्क होगा उपचार


मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राइट टू हेल्थ बिल आने के बाद कोई भी अस्पताल इमरजेंसी में उपचार के लिए मना नहीं कर सकेगा. वर्तमान में भी चिरंजीवी योजना से जुड़े अस्पताल मरीजों के इलाज को लेकर मना नहीं कर पा रहे हैं. हमने जांच करवा कर देख लिया है, सभी अस्पतालों में टीआईडी जनरेट हो रहे हैं. उन्होंने कहा है कि राइट टू हेल्थ बिल आने के बाद डब्ल्यूएचओ की गाइडलाइन के अनुसार जितनी इमरजेंसी मानी जाती है, उसी के अनुसार उपचार होगा. उन्होंने चिकित्सकों को भी नसीहत दी कि सेवा पर भी चिकित्सकों को ध्यान देना चाहिए, केवल कमाई पर नहीं.


 राजनीति में बीजेपी का स्तर गिर रहा है, दुर्भावना से पड रहे छापे


चिकित्सा मंत्री मीणा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि ईडी, सीबीआई व इनकम टैक्स का राजनीतिक दुर्भावना से उपयोग किया जा रहा है. दूसरी ओर देखें तो बीजेपी के लोग भी गड़बड़ी कर रहे हैं, उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. उन्होंने कहा कि अडानी पर कोई छापेमारी नहीं हुई है. कांग्रेस नेता पवन खेड़ा को असम पुलिस के गिरफ्तार कर लेने के मामले में मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि राजनीति में बीजेपी का स्तर गिर रहा है. ये कांग्रेसियों पर कार्रवाई कर रहे हैं. बीजेपी को कोई नेता अडानी की बात नहीं करता. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए अडानी का एक बार भी नाम नहीं लिया.


 देश की वित्त मंत्री को हल्की टिप्पणी शोभा नहीं देती


परसादी लाल मीणा गुरुवार को मीडिया से खुलकर बोले. उन्होंने प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को भी नहीं छोड़ा और जमकर हमला किया.  वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण पर उन्होंने कहा कि सीएम ने बजट का गलती से एक पेज पढ़ लिया, तो उन्होंने पेपर लीक की बात फैला दी. देश की वित्त मंत्री को हल्की टिप्पणी शोभा नहीं देती. राजस्थान का बजट सराहनीय है. केन्द्र ने ओपीएस के लिए मना कर दिया लेकिन हम हर कीमत पर लागू करेंगे.


 बीजेपी के शासनकाल में भी हुए पेपर लीक


मंत्री मीणा ने पेपर लीक के मुद्दे पर कहा कि बीजेपी के शासन में कई बार पेपर लीक हुए, लेकिन एक व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं हुई. अन्य स्टेट गुजरात व मध्यप्रदेश में किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, जबकि राजस्थान में एक कानून बना दिया है. पेपर लीक प्रकरण में शामिल लोगों की गिरफ्तारी हुई है. साथ ही बुलडोजर चलाकर संपत्ति भी कुर्क की गई है.


-समय आने पर शेखावत की होगी गिरफ्तारी, कानून से ऊपर नहीं


मीणा ने गजेन्द्र सिंह शेखावत के मामले में कहा कि इनके परिवार ने घोटाला किया है. कांग्रेस में होते तो बाहर कर दिया जाता लेकिन 10 साल पुराना मामला होने के बाद भी बीजेपी ने कोई एक्शन नहीं लिया है. उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि एसओजी के पास पर्याप्त सबूत हैं, कानून से ऊपर कोई नहीं है, समय आने पर कार्रवाई होगी, गिरफ्तारी होगी.


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