Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले के उच्चैन थाना क्षेत्र के गांव जयचौली में भरतपुर -धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में ओबीसी के आरक्षण के लाभ की मांग को लेकर 17 जनवरी से महापड़ाव जारी है. आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक नेम सिंह का कहना है कि 22 जनवरी को अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में रामलला प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम है इसलिए हम शांति से महापड़ाव कर रहे है. 22 जनवरी को के बाद आंदोलन उग्र होगा. उसमे रेल को भी रोक सकते हैं और सड़क पर भी जाम लगा सकते हैं.
जाट आरक्षण संघर्ष समिति के पास वार्ता करने के लिए निमंत्रण आ गया है और जाट आरक्षण संघर्ष समिति संयोजक नेम सिंह फौजदार के नेतृत्व में 16 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से वार्ता के लिए जायेगा. वार्ता के लिए अभी तारीख और समय तय नहीं किया गया है.
मुख्यमंत्री केंद्र तक पहुंचाएंगे जाट समाज की मांग
मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जाट आरक्षण संघर्ष समिति से वार्ता करने के बाद जाट समाज की मांग को केंद्र तक पहुंचाएंगे. जाट आरक्षण संघष समिति के संयोजक नेम सिंह का कहना है जब तक मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार से वार्ता होगी आरक्षण आंदोलन का महापड़ाव जारी रहेगा. महापड़ाव तभी खत्म होगा जब भरतपुर - धौलपुर जाट समाज को केंद्र मे ओबीसी आरक्षण का लाभ मिल जायेगा.
गौरतलब है कि राजस्थान के सभी जिलों के जाट समाज को केंद्र की सेवाओं में ओबीसी आरक्षण का लाभ मिल रहा है लेकिन भरतपुर और धौलपुर के जाट समाज को केंद्र में आरक्षण का लाभ नहीं मिलता है. केंद्र में ओबीसी के आरक्षण की मांग को लेकर 17 जनवरी से जाट समाज ने उच्चैन के जयचौली गांव में महापड़ाव शुरू किया था. महापड़ाव का ऐलान 7 जनवरी को हुई हुंकार सभा में किया गया था. आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक ने यह ऐलान किया है कि 22 जनवरी के बाद आंदोलन उग्र कर दिया जाएगा. जिसमें स्टेट हाईवे, नेशनल हाईवे और रेलवे ट्रैक को जाम किया जाएगा.
वार्ता का संदेश लेकर पहुंचे अधिकारी
एडिशनल एसपी रघुवीर सिंह कविया और उच्चैन SDM वार्ता का संदेश लेकर पहुंचे थे. जिसके बाद आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक सीएम से वार्ता के लिए तैयार हुए. हालांकि अभी यह तय नहीं हुआ की, वार्ता कब होगी. महापड़ाव में लोगों का आना जारी है. जिलेभर के गांव के लोग महापड़ाव में पहुंच रहे हैं. जाट समाज के लोग लगातार आंदोलन के लिए रणनीति बना रहे हैं.