Milk Price Hike: दूध की बढ़ती कीमतों ने बिगाड़ा घरों का बजट, अभी और बढ़ने की संभावना, एक्सपर्ट ने बताई वजह
Milk Price Hike: देशभर में दूध के दाम बढ़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. आगे भी दूध की कीमत से लोगों के घरों का बजट और बिगड़ सकता है. एक्सपर्ट ने दूध के दाम बढ़ने की वजह बताई है.
Rajasthan Milk Price Hike: देशभर में दूध की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं. कीमतें बढ़ने से आम आदमी का बजट गड़बड़ा गया है. हाल ही में अमूल कंपनी (Amul Milk Price) ने भी दूध के दाम बढ़ाए हैं. दूध की बढ़ती कीमतें डेयरी चलाने वालों के लिए भी मुसीबत बन चुकी हैं. आने वाले दिनों में दूध का दाम और बढ़ने की संभावना है. दूध की कीमतें बढ़ने का क्या कारण है? आगे कितना महंगा हो सकता है दूध? क्या ये लंपी वायरस के संक्रमण का साइड इफेक्ट है? दूध के दाम में वृद्धि पर एक्सपर्ट क्या कहते हैं? आइए जानते हैं-
दूध की कीमतें बढ़ने का क्या है कारण?
जोधपुर कृषि विभाग के परियोजना अधिकारी नरपत सिंह भाटी ने एबीपी न्यूज को बताया कि दूध का दाम लगातार बढ़ने के पीछे सबसे बड़ा कारण लंपी वायरस संक्रमण है. लंपी स्किन डिजीज से कई गोवंश की मौत हो गई. संक्रमित गोवंश में दूध ना के बराबर हो गया था. दाम बढ़ने के पीछे हरे चारे की कमी भी बड़ा कारण है. दूध की कीमतें आने वाले दिनों में भी बढ़ने की संभावना है.
गर्मी के करीब आने से गोवंश में दूध की कमी होने लगेगी. मांग बढ़ने से कीमतों में भारी उछाल देखने को मिलेगा. गर्मी के दिनों में दूध से बनने वाली आइसक्रीम मिल्क या दूध से बनने वाली मिठाइयों की मांग बढ़ने पर निश्चित दूध का दाम बढ़ेगा. जोधपुर पशुपालन विभाग के डायरेक्टर डॉक्टर संजय सिंघवी ने बताया कि दूध की कीमतें बढ़ने का कारण डिमांड और सप्लाई का असंतुलन है.
लंपी वायरस का संक्रमण फैलने से कई गोवंश की मौत हुई थी. नए गोवंश भी अब दूध देने की स्थिति में आ गए हैं. उन्होंने बताया कि बाजार में दूध की कीमत बढ़ने का कारण मांग का बढ़ जाना है. डेयरी चलानेवाले देवाराम बोराणा ने बताया कि गायों का चारा महंगा हो गया है. चारे के महंगा होने का असर दूध की कीमत पर पड़ा है.
मुसीबत में आए डेयरी फार्म संचालक
लंपी स्किन डिजीज से पहले डेयरी फार्म के गोवंश 500 लीटर दूध प्रतिदिन दिया करते थे. संक्रमण के कारण 50 में 15 गायों की मौत हो गई. 5 संक्रमित गाय ठीक हो गईं लेकिन दूध नहीं के बराबर हो गया. अब डेयरी फार्म पर 350 लीटर दूध हो रहा है और मांग लगातार बढ़ रही है. गोवंश की कीमतें भी बढ़ गई हैं. बोराणा डेरी के मालिक ने बताया कि लंपी संक्रमण ने बहुत बड़ा नुकसान पहुंचाया है.
13 गोवंश बीमारी की चपेट में आकर मर गए. संक्रमण के दौरान लोगों ने दूध से परहेज करना शुरू कर दिया था. अब दूध की डिमांड लगातार बढ़ रही है. दूध से बनने वाली आइसक्रीम, मिठाई की मांग में लगातार बढ़ोतरी हो रही है और गोवंश की कमी के चलते दूध की कमी भी बनी हुई है. दूध की कमी आगे भी बनी रहने के आसार हैं. गर्मी के दिनों में दूध की कमी से कीमत भी बढ़ेगी.
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