Rajasthan Mining Mafia: राजस्थान में खनन माफिया इतने दुस्साहसी हो गए हैं कि उनमे कानून का जरा भी भय नहीं है. खनन माफिया अवैध खनन को रोकने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों पर जानलेवा हमला करने में जरा भी देर नहीं करते हैं. खनन माफिया हो या बजरी माफिया राजस्थान में बेखौफ अवैध खनन का कार्य कर रहे हैं. राजस्थान के भरतपुर जिले में नगर पहाड़ी क्षेत्र की पहाड़ियों पर वैध और अवैध खनन होता रहता है. अवैध खनन की सुचना पर भरतपुर सांसद जब पहाड़ियों का निरिक्षण करने पहुंचे तो सांसद रंजीता कोली पर भी पथराव किया गया था. जिसका मामला सांसद रंजीता कोली ने दर्ज करवाया था.
माफियाओं ने वन अधिकारियों की गाड़ी में टक्कर मारी
इसी तरह खनन माफियाओं ने डीग तहसील के अडावली में गांव में भी वन विभाग के अधिकारियों पर जानलेवा हमला कर दिया था. इस हमले में वन अधिकारी बाल-बाल बचे थे. वन अधिकारियों को अवैध खनन की सूचना मिली थी जिस पर वन अधिकारी पुलिस टीम के साथ नाकाबंदी कर खनन माफियाओं का पीछा किया. इस दौरान खनन माफियाओं ने वन अधिकारियों की गाड़ी में टक्कर मार दी थी. जिसमें अधिकारी बाल -बाल बचे और खनन माफिया खनन कर लाये गये पत्थर को रास्ते में छोड़ कर फरार हो गये.
वन विभाग की टीम पर ट्रैक्टर चढ़ाकर मारने की कोशिश की
अवैध खनन माफियाओं द्वारा जसरापुर के पास अवैध खनन कर पत्थर की ट्राली ले जाने की सुचना पर सिंघाड़ा और खेतड़ी वन विभाग टीम वहां पहुंची. उन्होंने ट्रैक्टर को रुकने का इशारा किया और ट्रैक्टर को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो दो भाई राजेश और राहुल ने अधिकारियों पर पत्थर से हमला कर दिया. बाद में बिना नंबर के ट्रैक्टर को वन विभाग के कर्मचारियों के उपर चढ़ाकर जान से मारने की कोशिश की. उदयपुर जिले में भी खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं. खनन माफिया अवैध खनन भी करते हैं और अगर कोई अधिकारी कार्यवाई करने पहुँचता है उस पर हमला भी करने से भी नहीं चूकते.
आदिवासी अचल सराड़ा इलाके में हरीला तालाब में अवैध खनन कर मिट्टी निकाली जा रही थी तभी सूचना पर खान और खनिज विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे. खनन माफियाओं ने उन अधिकारियों पर हमला कर दिया. अधिकारियों को वहां से अपनी जान बचाकर भागना पड़ा.
पुलिस चौकी पर सो रहे कर्मियों पर हमला किया गया
राजस्थान के धौलपुर जिले में चम्बल नदी से बजरी खनन का कार्य किया जाता है. पुलिस द्वारा बजरी खनन को रोकने के अथक प्रयास किये जाते रहे है. बजरी माफिया के हौसले इतने बुलंद हैं कि बजरी माफिया पुलिस को सामने देखकर अवैध हथियार से फायरिंग करने से भी नहीं चूकते हैं. बीते दिनों में बजरी माफियाओं ने जाटौली चौकी पर सो रहे पुलिस कर्मियों पर हमला कर दिया. जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के मुरैना के लगभग 50 ट्रैक्टर ट्राली अवैध बजरी खनन आरके सिंघावली होते हुए जा रहे थे. उसी समय जाटौली पुलिस ने घेराबंदी कर दी और बजरी माफियाओं को वहां से भागना पड़ा. इस बात से नाराज बजरी माफिया कुछ समय बाद ट्रैक्टरों में आये और जाटौली चौकी में सो रहे पुलिसकर्मियों पर हमला कर दिया और फायरिंग की.
आम लोगों में भय व्याप्त
प्रदेश में ऐसे अनगिनत मामले हैं जहां अवैध खनन माफिया पुलिस और अधिकारियों पर हमला करने से नहीं चूकते हैं. खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और आम लोगों में भय व्याप्त है. क्योंकि ये माफिया पुलिस पर फायरिंग करने से भी नहीं चूकते हैं. एक घटना धौलपुर की है यहां कुछ बजरी माफिया शहर की पटपरा रोड पर तेज स्पीड में बजरी से भरी ट्रैक्टर ट्राली लेकर जा रहे थे. ट्रैक्टर की रफ्तार तेज होने के कारण ट्रैक्टर का संतुलन बिगड़ गया और ट्रैक्टर माकन में घुस गया जिसमें एक वृद्धा घायल हो गई थी. वृद्धा के घायल होने पर बजरी माफिया ट्रैक्टर ट्राली छोड़ कर फरार हो गया था.
तभी स्थानीय लोगों ने पुलिस को सुचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर ट्राली को कब्जे में लेने की कार्यवाई करने लगी. तभी कुछ बजरी माफिया हत्यारों से लैस होकर पहुंचे और पुलिस पर पथराव और फायरिंग शुरू कर दी. जबाब में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू कर दिया. सड़क पर दोनों तरफ से पथराव और फायरिंग होने से लोगों में भगदड़ के साथ भय भी व्याप्त हो गया.
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