Rajasthan Politics: राजस्थान विधानसभा में कांग्रेस विधायक अमीन कागजी की टिप्पणी से सियासी पारा चढ़ा हुआ है. कल उन्होंने वित्त मंत्री दीया कुमारी को 'बेचारी' से संबोधित किया था. आज उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने बेचारी वाले बयान पर पलटवार किया है.


उन्होंने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता का प्रमाण है. अशोक गहलोत सरकार में एक मंत्री ने 'मर्दों का प्रदेश' तक कह दिया था. इस तरह के बयान कांग्रेस विधायक देते रहे हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने महिला वित्त मंत्री को बेचारी कहा है.


वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि बीजेपी ने केंद्र और प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की मिसाल पेश की है. केंद्र और राज्य दोनों जगह महिलाओं को वित्त मंत्री बनाया गया है. बीजेपी सरकार का महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है. कांग्रेस के विधायकों को बड़ी आपत्ति है. महिलाओं को ताकत मिलने से कांग्रेस को परेशानी हो रही है.


'बेचारी' वाले बयान पर सियासत गर्म


वित्त मंत्री दीया कुमारी ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों को महिला सशक्तिकरण से परेशानी है. उन्हें लगता है कि महिलाओं को कोई बड़ा पद न मिले. उन्हें घर बैठना चाहिए. बीजेपी महिला सशक्तिकरण के तहत ये कदम उठा रही है. बेचारी वाले बयान पर दीया ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों की ओछी मानसिकता का प्रमाण है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच है महिलाओं को घर बैठना चाहिए. 






मंत्री दीया कुमारी ने किया पलटवार


जयपुर की किशनपोल विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक अमीन कागजी ने कहा था, "भजनलाल सरकार का पहला पूर्ण बजट उन्ही अधिकारियों ने तैयार किया, जिन्होंने गहलोत सरकार में बनाया था. 
पौने तीन घंटे तक वित्त मंत्री को खड़ा कर दिया. इसलिए 'बेचारी ' पौने तीन घंटे तक मैडम को खड़ा रहना पड़ा''.


बयान के बाद से बीजेपी आक्रामक है. आज इसी कड़ी में डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने पलटवार आया है.