Rajasthan Latest News: राजस्थान में पीने के पानी की बड़ी समस्या बनी हुई है, जिस पर सरकार लगातार  काम कर रही है. ऐसे में अब नागौर और डीडवाना में पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है. इसकी विधिवत जानकारी शुक्रवार (2 अगस्त) को  राजस्थान के जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैयालाल ने विधानसभा में दी है. उन्होंने कहा कि नागौर और डीडवाना में राजस्थान कैनाल से आवश्यकता अनुरूप पानी लेने के लिए आगामी छह महीने में आवश्यक तंत्र विकसित कर लिया जाएगा. इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया कर ली गई है. 


डीडवाना के इंदिरा गांधी नहर आधारित पेयजल परियोजना से लाभान्वित होने के कारण यहां स्थापित 68 आरओ संयंत्र वर्तमान में उपयोग में नहीं आ रहे हैं. अन्य ग्राम पंचायतों में जरूरत होने पर इन संयंत्रों को लगाने के लिए आश्वस्त किया है. उन्होंने बताया कि विधानसभा क्षेत्र डीडवाना में भू-जल में गुणवत्ता से प्रभावित ग्रामों में अल्पकालीन समाधान के लिए चार चरणों में कुल 94 आरओ संयत्र स्थापित कर संचालित किए गए थे.


इनमें से 26 आरओ संयत्र का नियमित संचालन और संधारण किया जा रहा है. मंत्री ने बताया कि अनुबंध अनुसार संयत्र स्थापित करने के बाद सात साल का संचालन और संधारण भी सम्मिलित है. उन्होंने बताया कि आरओ संयत्र स्थापित कर सभी गांव इंदिरा गांधी नहर आधारित पेयजल परियोजना से लाभान्वित हो जाएंगे. वहीं आरओ संयत्रों का सात साल का अनुबंध खत्म होने के बाद इन्हें निरंतर संचालित रखने का कोई औचित्य नहीं होने के कारण कोई योजना विचाराधीन नहीं है.


फुलेरा में की गई ये व्यवस्था
राज्य सरकार प्रदेश के हर घर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए गंभीरता से काम कर रही है. उन्होंने सदन को बताया कि सरकार फुलेरा विधानसभा क्षेत्र में 2025 तक हर उपभोक्ता को प्रतिदिन 55 लीटर पानी उपलब्ध करवाना सुनिश्चित करेगी. फुलेरा विधानसभा क्षेत्र में 163 गांवों की 12.41 एमएलडी और शहरी क्षेत्रों की 6.58 एमएलडी पेयजल की मांग है. इसके अनुरूप ग्रामीण क्षेत्रों में बीसलपुर और स्थानीय जल स्रोतों के माध्यम से प्रतिदिन 7.2 एमएलडी पेयजल उपलब्ध करवाया जा रहा है. इसी प्रकार शहरी क्षेत्र में 4.75 एमएलडी जल वितरित किया जा रहा है. 


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