(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Kota News: सामूहिक विवाह में पहुंचे मंत्री मदन दिलावर ने कही बड़ी बात, कहा- 'अगर मेरी शादी नहीं हुई होती तो...'
Kota Mass Wedding: ऱाजस्थान के कोटा में सामूहिक विवाह का आयोजन किया गया था जिसमें अतिथि के रूप में राजस्थान सरकार के मंत्री मदन दिलावर भी पहुंचे थे. उन्हें वर-वधु को आशीर्वाद दिया.
Kota News: भारत विकास परिषद राजस्थान दक्षिण-पूर्व प्रांत ने कोटा के श्री राम रंगमंच दशहरा मैदान में 51 जोड़ों का नि:शुल्क सामूहिक विवाह कराया. इस विवाह सम्मेलन में प्रबुधजन, प्रशासनिक अधिकारी और राजनेता पहुंचे और वर-वधु को आशीर्वाद दिया. इस विवाह सम्मेलन के लिए 225 लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया था लेकिन केवल 51 निर्धन को ही चुना गया, जिसमें किसी के माता पिता नहीं थे तो किसी के पास शादी तो दूर दो वक्त की रोटी के पैसे तक नहीं थे, ऐसे लोगों का विवाह यहां कराया गया.
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि भारत विकास परिषद का सम्पर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा और समर्पण का ध्येय आज सार्थक हो गया. उन्होंने कहा कि सर्वजातीय विवाह सम्मेलन समरसता की अनूठी मिसाल है. यदि मेरी शादी बाद में होती तो मैं भी सर्वजातीय विवाह सम्मेलन में ही शादी करता, यह लोग सबसे अधिक सौभाग्यशाली हैं जिसकी शादी में बड़े-बड़े नेता और प्रशासनिक अधिकारी आए हैं और साक्षी बने. दिलावर ने वर-वधु को भी सीख देते हुए कहा कि अपने माता पिता की सेवा करें, आप निर्धन हो सकते हैं लेकिन मिसाल पेश कर सकते हैं, आदर्श प्रस्तुत कर सकते हैं.
भगवान श्रीराम ने भी सबरी के बेर खाकर समानता का संदेश दिया
उर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि नव दम्पत्ति सहयोग, सद्भाव, तालमेल रखे तो जीवन सफल होगा. इस सर्वजातीय विवाह से समरसता का भाव आता है. हमारी संस्कृति और संस्कार पुर्नजीवित हो रहे हैं. संस्कारों की नई नींव रखी जा रही है. भगवान श्रीराम ने भी शबरी के बेर खाकर समानता का संदेश दिया था. आज के परिपेक्ष में सभी समाज को साथ लेकर चलने की आवश्यकता है. भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष किशन पाठक ने बताया कि सामूहिक सरल विवाह भारत विकास परिषद का राष्ट्रीय प्रकल्प है ऐसे में सभी की सहभागिता से विवाह सम्मेलन में उत्साह और उमंग देखने को मिला.
परिवार छोटे नहीं हो, ना ही मन छोटा हो
भारत विकास परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की आज जरूरत है. गांव, खेत, घर आंगन और सार्वजनिक स्थान पर पेड़ लगाएं. उन्होंने कहा कि हमें पानी, बिजली, पेट्रोल को बचाना होगा. उन्होंने नव दम्पत्तियों को भी कहा कि वह परिवार में साथ रहें, परिवार छोटे नहीं होने चाहिए, ना ही मन छोटा होना चाहिए. कुटुम्ब में रहोगे तो शक्तिशाली रहोगे. भारत विकास परिषद के 51 परिवार इन 51 जोडों के पालक होंगे जो हमेशा इनका ध्यान रखेंगे.
ये भी पढ़ें- Rajasthan News: राजस्थान के सरकारी स्कूलों में 15 फरवरी को होगा सूर्य नमस्कार, क्या है शिक्षा विभाग का आदेश?