Rajasthan News: शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने अधिकारियों के रवैये पर नाराजगी जताई है. उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने दायित्वों के प्रति गंभीर नहीं हैं. शिक्षा मंत्री ने कहा कि खेदारुद्रा की जन सुनवाई शिविर में आए परिवादों का अभी तक पूरी तरह निस्तारण नहीं हुआ है. कमोबेश यही स्थिति सतलखेड़ी में आयोजित जन जुनवाई शिविर की है. उन्होंने कहा कि अधिकारी और कर्मचारी जन सुनवाई शिविरों को गंभीरता से नहीं ले रहे है.


जन सुनवाई शिविर समस्या समाधान के लिए आयोजित किये जा रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि अगली जन सुनवाई शिविर में शिकायत नहीं मिलनी चाहिए. अधिकारी लोगों को राहत पहुंचाने का काम करें.


शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर रामगंजमंडी के सुकेत में लोगों की समस्याओं को सुन रहे थे. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में बसे घरों को तोड़े जाने का भी मामला सामने आया. पीड़ित परिवार ने मंत्री के सामने 50 साल से बने मकानों को तोड़े जाने का मुद्दा उठाया था. 


हजारी लाल, प्रमोद, नवल सहित कई परिवार का कहना था कि 50 साल पहले मकान की जगह पर जंगल था. आसपास आबादी और स्कूल भी नहीं थे. खाली जगह पर मकान बनाकर रहना शुरू किया. वर्षों बाद धीरे-धीरे बस्ती बनती चली गयी. स्कूल का भी निर्माण किया गया. स्कूल की दीवार के अंदर मकान आ गये. अब मकानों को तोड़े जाने की बात हो रही है. पीड़ित परिवार ने कहा कि 16-18 घरों का आशियाना उजड़ जाएगा.


जन सुनवाई शिविर में मंत्री मदन दिलावर की खरी- खरी


उन्होंने मकान नहीं तोड़े जाने की गुहार लगाई. पीड़ित परिवार ने कहा कि मकान से बेघर नहीं किया जाये. शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने मामले का निस्तारण करने के उप खंड अधिकारी अनिल सिंघल को निर्देश दिए. उन्होंने पीड़ित परिवार को आश्वासन दिया की मकान नहीं तोड़ने दिया जायेगा. मंत्री के आश्वासन पर सभी लोग प्रसन्न होकर लोटे. 


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