Kota News: अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है. भगवान राम से जुड़ी सभी की अपनी मान्यताएं और संकल्प हैं. इसी क्रम में राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का भी एक संकल्प पूरा हुआ है. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने 34 किलो की 108 फुट लंबी माला को 34 साल बाद पहना है. मदन दिलावर ने संकल्प लिया था कि जब तक अयोध्या में राम मंदिर का भव्य निर्माण नहीं हो जाता और उसमें रामलला विराजमान नहीं हो जाते, तब तक वह माला नहीं पहनेंगें.
सोमवार (22 जनवरी) को राजस्थान सरकार में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का ये संकल्प पूरा हो गया, जिसके बाद पर एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने 108 फुट लंबी 34 किलो की माला पहनी. इस दौरान मौके पर भगवान श्री राम के जयकारों से वातावरण राममय हो गया, लेकिन इसके कुछ देर बाद जब मंत्री मदन दिलावर ने भगवान श्री कृष्ण के घोष लगवाए तो लोग चकित रह गए. भगवान श्री राम की प्राण प्रतिष्ठा पर भगवान श्रीकृष्ण के जयकारे लगाने पर लोगों ने मंत्री मदन दिलावर की भूल मानी, लेकिन जब उन्होंने एक और संकल्प लिया तो पूरा माजरा समझ में आया.
श्री कृष्ण मंदिर को लेकर मंत्री मदन दिलावर ने ली ये शपथ
मंत्री मदन दिलावर ने एक बार फिर संकल्प लिया है. मदन दिलावर ने संकल्प लेते हुए कहा जब तक श्री कृष्ण जन्मभूमि पर भगवान श्री कृष्ण का भव्य मंदिर नहीं बन जाता और उसमें श्री कृष्ण विराजमान नहीं हो जाते हैं, तब तक वह एक समय ही भोजन करेंगे. इससे पहले वह धारा 370 को लेकर भी इस तरह का संकल्प ले चुके हैं. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक धारा 370 नहीं हटती है, तब तक वह जमीन पर ही सोएंगे और उनका ये संकल्प धारा 370 हटने के बाद पूरा हुआ. मदन दिलावर का आज दूसरा संकल्प भी पूरा हो गया, लेकिन उन्होंने फिर से आज एक संकल्प लिया है.
मदन दिलावर ने क्यों दी आत्मदाह की चेतावनी?
इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मदन शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कार सेवा के दौरान के समय को याद किया. उन्होंने कहा कि 11 कार सेवकों को पुलिस पकड़ रही थी, लेकिन उसके बाद आत्मदाह की चेतावनी दी कि यदि इन निर्दोशों को पकड़ा तो आत्मदाह कर लूंगा, उसके बाद प्रशासन ने कार सेवक को छोड़ दिया.
भोजन के बाद गरीब महिला को दिये 51 हजार रुपये
मंत्री मदन दिलावर ने इस दौरान शोभायात्रा में गजब का डमरू भी बजाया. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने और उनके मित्र पुनाराम जांगिड़ ने संतोष बाई नाम की एक गरीब महिला के घर भोजन किया, जिसके बाद उनके मित्र पुनाराम जांगिड़ ने गरीब महिला को 51 हजार रुपये भेंट दिए. इसके अलावा एक साड़ी भी भेंट की. इस दौरान मौके पर लगातार भगवान श्री कृष्ण और भगवान श्री कृष्ण के जयकारे गूंजते रहे.
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