Rajasthan News: राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री शकुंतला रावत ने सदन में बोलते समय कल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तुलना ईश्वर से कर दी. इसके बाद सदन में हंगामा होने लगा. विपक्ष में बैठे राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री ईश्वर कैसे हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस बात को कार्यवाही से डिलीट कराया जाए.
हालांकि सदन में रावत उस बात को कोई बार दोहराया.


दरअसल, मंत्री शकुंतला रावत अपने बयानों को लेकर कई बार चर्चा में रह चुकी हैं. शकुंतला रावत ने सदन में विपक्ष को कहा, "जब आदमी की आंख में आंसू आता है तो वहां या तो ईश्वर पहुंचते हैं या कांग्रेस पार्टी सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पहुंचने का काम किया. मैं ईश्वर की बात कर रही हूं. चिंरजीवी योजना और लम्पी बिमारी के लिए गौ माता का मुआवजा बढ़ाना यह सब सीएम गहलोत ने किया है." उनके इस कथन के बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ.


शकुंतला रावत के चर्चित बयान
जब 2022 में 25 सितंबर को जयपुर में कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफे दिए तो उस दौरान शकुंतला रावत चर्चा में रहीं. उस दौरान मीडिया में खुलकर शकुंतला रावत ने बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि आलाकमान कोई भी फैसला करें तो उसके पहले हमारी फरियाद जरूर सुन लें. क्योंकि विधायकों को भी कुछ कहना है. उसके बाद कई बार शकुंतला रावत ने अशोक गहलोत के लिए अपनी राय खुलकर रखी. इन्हें मुख्यमंत्री का सबसे खास माना जाता है. इसीलिए कई बार इन्होंने सीएम गहलोत के लिए वकालत भी की है. 


कौन हैं शकुंतला रावत?
बता दें कि कैबिनेट मंत्री शकुंतला रावत राजस्थान के अलवर से हैं. इन्होंने कांग्रेस पार्टी में कई जिम्मेदारी निभाई है. अखिल भारतीय महिला कांग्रेस कमेटी की राष्‍ट्रीय महामंत्री भी रहीं हैं. 2018 में राजस्थान के अलवर जिले की बानसूर से विधायक बनीं. दूसरी बार चुनाव जीत कर आई हैं. पहले पार्षद एवं विभिन्न समितियों की अध्यक्ष एवं सदस्य रह चुकी हैं. प्रदेश में राजस्थान महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष भी रही हैं. अलवर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष भी रही हैं. इसके अलावा वह महिला कांग्रेस में प्रदेशाध्यक्ष व राष्ट्रीय स्तर पर भी संगठन की जिम्मेदारी निभा चुकी हैं. इनकी चर्चा यहां कांग्रेस के सबसे मजबूत नेत्री के तौर पर होता है. 


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