Bharatpur: राजस्थान के भरतपुर जिले की नदबई विधानसभा में कई दिन से मूर्ति स्थापना को लेकर विरोध चल रहा है. विधायक की ओर से नदबई कस्बे में तीन मूर्तियां लगाने का प्रस्ताव नगर पालिका से पारित कराया गया था .एक मूर्ति नदबई के बैलारा चौराहे पर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की और नगर चौराहे पर परशुराम भगवान की और कुम्हेर चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित करने का प्रस्ताव पारित हुआ था, लेकिन नदबई कस्बे के स्थानीय लोगों की मांग है की बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति स्थापित की जाए .जाट समाज के लोगों ने कई दिनों से बैलारा चौराहे पर धरना देना शुरू कर दिया था.


कैबिनेट मंत्री का फूटा गुस्सा 


 राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश आकर यहां राजनीति कर जातिवाद फैला रहे हैं मगर मैं जातिवाद नहीं चलने दूंगा. मंत्री विश्वेन्द्र सिंह सोमवार को नदबई में धरना स्थल भी गए और लोगों को समझा बुझाकर धरना समाप्त करवाया और स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया कि 7 दिन में कमेटी गठित कर फैसला लिया जाएगा कि किस चौराहे पर किस महापुरुष की मूर्ति लगानी है. आमजन की भावनाओं को देखते हुए निर्णय लिए जाएंगे.


गौरतलब है कि 14 तारीख को बैलारा चौराहे पर विधायक अवाना डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति का अनावरण करना चाह रहे हैं, जबकि स्थानीय जाट समाज के लोगों की बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग काफी पुरानी बताई जाती है. जाट समाज के लोग बैलारा चौराहे पर महाराजा सूरजमल की मूर्ति लगाने की मांग को लेकर कई दिन से धरना दे रहे हैं. मूर्ति को लेकर दोनों समाज के लोगों में टकराव की स्थिति बनी है. जिला प्रशासन भी डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्ति लगाने का निर्णय ले चुका है.  


नदबई से कांग्रेसी विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना पर लोगों का आरोप है कि वह जातियों को आपस में लड़ाने का षड्यंत्र कर रहे हैं और जिस तरह से उन्होंने भ्रष्टाचार किया है और जनता प्रताड़ित हुई है उसके बाद यह तय हो चुका है कि आने वाले चुनाव में उन्हें जनता करारा जवाब देगी. यही वजह है कि वह चुनाव आने से पहले ही जातियों को आपस में लड़ा कर चुनाव जीतना चाहते हैं. 


बसपा से कांग्रेस में आए थे विधायक 


 स्थानीय लोगों का आरोप है कि वर्तमान कांग्रेस विधायक बसपा के टिकट पर चुनाव जीत कर आए थे जो कांग्रेस में शामिल हो गए और अब बहुजन समाज पार्टी के एससी वोट के लोगों में बहुत गुस्सा है कि विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना ने बहन मायावती के साथ गद्दारी की है, इसलिए उन्हें चुनाव में सबक सिखाना है .लोग समझ गए हैं कि विधायक अवाना एससी वोटों को अपनी तरफ करने के लिए जातिवाद फैलाकर आपसी भाईचारा खत्म कर रहे हैं, इसलिए मूर्ति पॉलिटिक्स खेलकर जातियों को आपस में लड़ा कर फायदा उठाना चाहते हैं


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