Rajasthan Congress Crisis: राजस्थान कांग्रेस में सीएम को लेकर घमासान जारी है, देर रात तक राजधानी जयपुर में खींचतान चलती रही है. कल शाम 7 बजे जयपुर में सीएम आवास पर कांग्रेस लेजिस्लेचर पार्टी यानी CLP की मीटिंग होनी थी लेकिन ये मीटिंग कैंसिल हो गई. सीएम अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) के गुट वाले विधायकों ने कांग्रेस आलाकमान को अपनी ताकत दिखाई. ये लोग सचिन पायलट को अगला सीएम बनाए जाने की खबर से नाराज थे. गहलोत गुट ने हाईकमान के सामने 3 शर्तें रख दी हैं. गहलोत समर्थकों का कहना है कि नए सीएम का चयन कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद हो, साथ ही गहलोत की सहमति से हो. यही नहीं ये भी कहा गया है कि जो 102 विधायक संकट में कांग्रेस के साथ थे उन्हीं लोगों में से सीएम चुना जाए. आज मुख्यमंत्री गहलोत और सचिन पायलट पर्यवेक्षकों के साथ दिल्ली जा सकते हैं.
क्या हैं गहलोत गुट की तीन शर्तें !
1- नए CM का चयन कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के बाद हो
2- संकट में साथ रहने वाले 102 विधायकों में से नया CM चुना जाए
3- अशोक गहलोत की सहमति से ही CM का चेहरा तय हो
असली जादूगर से सियासत ते जादूगर तक का सफर
अशोक गहलोत के पिता लक्ष्मण सिंह गहलोत जादूगर थे. अशोक गहलोत भी बचपन में जादूगरी करते थे लेकिन बाद में छोड़ दी अब वो सियासत में जादूगरी करते हैं. अशोक गहलोत का पॉलिटिकल रिकॉर्ड बताता है कि सियासत में उनकी जादूगरी हिट रही है. वो न सिर्फ कांग्रेस का अध्यक्ष बन सकते हैं बल्कि उनके पास इतनी ताकत है कि राजस्थान कांग्रेस का स्ट्रक्चर ही बदल सकते हैं.
90 विधायकों ने सौंपा इस्तीफा! अब क्या करेगा गांधी परिवार?
अशोक गहलोत के करीबी मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास का दावा है कि करीब 90 से ज्यादा विधायकों ने विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को अपना इस्तीफा सौंपा है. अगर ये आंकड़ा सही है तो इसका मतलब है कि राजस्थान में कांग्रेस के 80 फीसदी से ज्यादा विधायक नहीं चाहते कि सचिन पायलट को सीएम की कुर्सी मिले. गहलोत ने अपने मास्टर स्ट्रोक से साबित कर दिया है कि राजस्थान की फ्लाइट के पायलट वो खुद हैं तो अब राहुल गांधी और सोनिया गांधी क्या फैसला करेंगे?
Kota News: गाय के पेट से निकली 25 किलो थैली और कपड़े, निगम गौशाला में गायों की मौत पर उठे सवाल