Rajasthan News: राजस्थान में हर महीने एक विधायक किसी भी दिन इंदिरा रसोई का खाना (Indira Rasoi Food) खाएंगे. इंदिरा रसोई योजना (Indira Rasoi Yojna) की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने फैसला लिया. विधायक के इंदिरा रसोई जाने से भोजन की गुणवत्ता भी बनी रहेगी और निरीक्षण भी हो जाएगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 20 अगस्त 2020 को प्रदेश में ‘कोई भूखा ना सोय‘ के संकल्प को मूर्त रूप दिया. इंदिरा रसोई की शुरुआत कर जरूरतमंदों को 8 रुपए में एक समय का गर्मागरम घर जैसा भरपेट पौष्टिक भोजन खाने की सुविधा दी. मुख्यमंत्री गहलोत ने 18 सितंबर को जोधपुर में 512 नई इंदिरा रसोइयों का शुभारंभ किया था. वर्तमान में संचालित 358 इंदिरा रसोइयों के साथ अब कुल संख्या 870 हो गई है. 


विधायक महीने में एक दिन खाएंगे इंदिरा रसोई का भोजन


इंदिरा रसोई में जरूरतमंदों को सम्मानपूर्वक बैठाकर स्थानीय स्वादानुसार दो समय (दोपहर और रात्रिकालीन) का शुद्ध और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाता है. समीक्षा बैठक में तय किया गया कि विधायक के जाने से आमजम का इंदिरा रसोई के प्रति भरोसा बढ़ेगा. इंदिरा रसोई के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री गहलोत सहित सभी जनप्रतिनिधियों ने एकसाथ बैठकर खाना खाया था. 


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8 रुपये में एक समय जरूरतमंद करते हैं पेट की भूख शांत


इंदिरा रसोई के मैन्यू में प्रति व्यक्ति 100 ग्राम दाल, 100 ग्राम सब्जी, 250 ग्राम चपाती और अचार परोसा जाता है. इंदिरा रसोई की प्रत्येक थाली में राज्य सरकार की तरफ से 17 रुपये का अनुदान दिया जाता है. राजस्थान की इंदिरा रसोई योजना के तहत जरूरतमंदों को सरकार 8 रुपये में एक समय का भोजन कराती है. योजना के तहत हर साल 125 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है. 8 रुपये में लाखों लोग योजना का लाभ उठाकर पेट की भूख शांत करते हैं. 


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