Rajasthan Monsoon 2024 Update: राजस्थान में अभी भी कई जिलों में 44-45 डिग्री सेल्सियस तापमान और गर्म हवाओं ने लोगों का हाल बेहाल कर रखा है. वहीं प्रदेश के कुछ ही हिस्सों में 30-40 किमी प्रति घंटे की आंधी के साथ हल्की बारिश राहत दे रही है. मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के मुताबिक 20 जून तक अभी इस हल्की-फुल्की राहत से ही संतोष करना होगा. उसके बाद प्री मानसून की बारिश तेज हो सकती है. ऐसे में लोगों के मन में सवाल है कि राजस्थान में मानसून कब आएगा और कब इस भीषण गर्मी से राहत मिलेगी?
मौसम विभाग के मुताबिक फिलहाल मानसून अरब सागर से चलकर महाराष्ट्र होते हुए गुजरात की सीमा में प्रवेश कर चुका है. सामान्य तौर पर राजस्थान में मानसून 25 जून तक प्रवेश कर जाता है, लेकिन इस बार बंगाल की खाड़ी में अभी बंगाल की खाड़ी में कोई सिग्निफिकेंट सिस्टम नहीं बन रहा है. उम्मीद है कि 15 जून के बाद बंगाल की खाड़ी में एक सिस्टम बनेगा जो यहां से आने वाले मानसून को रफ्तार देगा. इसके बाद मानसून बिहार, ओड़िशा, यूपी और एमपी में पहुंचेगा फिर राजस्थान में मानसून दस्तक देगा.
गंगानगर में 46.1 डिग्री पारा
गुरुवार को राज्य के कई जिलों में प्री मॉनसून का असर रहा. झुंझुनूं, दौसा, जयपुर सहित कई जिलों में कहीं हल्की तो कहीं मध्यम दर्जे की बारिश हुई. प्रदेश में सबसे अधिक तापमान गंगानगर में 46.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान अलवर का 36.4 डिग्री सेल्सियस रहा. अधिकांश जिलों में दिन का तापमान अभी भी 45 डिग्री के आसपास दर्ज किया गया है. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में आगामी कुछ दिनों तक कहीं-कहीं आंधी बारिश की संभावना है.
मौसम विभाग के अनुसार 14 जून से 20 जून तक पश्चिमी राजस्थान में आगामी तीन दिन और पूर्वी राजस्थान में आगामी 4-5 दिन दोपहर बाद कहीं-कहीं आंधी बारिश की गतिविधियां दर्ज होने की संभावना है. बता दें मानसून ने इस बार एक दिन पहले केरल में दस्तक दे दी थी. मानसून के केरल पहुंचने की सामान्य डेट एक जून थी, जबकि वह 30 मई को केरल पहुंच गया. इस साल मौसमी कारक अलनीनो की परिस्थितियां कमजोर पड़ गईं और वर्तमान में अलनीनो न्यूट्रल हो गया है, जिसके कारण मानसून अपनी सामान्य गति से आगे बढ़ रहा है.