Rajasthan Monsoon Update: राजस्थान में मानसून से पहले चिकित्सा विभाग ने तैयारियों को शुरू कर दिया है. चिकित्सा अधिकारियों को कहा गया है कि अस्पताल परिसरों की साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें. अस्पताल में मरीजों के साथ आने वाले तीमारदारों को दुश्वारियों का सामना नहीं करना पड़े.


बिजली उपकरणों को समय से पहले जांच कर लिया जाये. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुभ्रा सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य सहित निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को एक्शन प्लान बनाने की हिदायद दी गयी है.


अस्पतालों में माकूल इंतजाम सुनिश्चित करने के लिए परिपत्र जारी कर दिया गया है. उन्होंने मौसम विभाग के हवाले से बताया कि प्रदेश में जून माह के आखिर तक मानसून सक्रिय होने की संभावना है. मानसून के दौरान जलभराव या बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इसलिए आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है. मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड पर है. उन्होंने कहा कि मानसून के दौरान उत्पन्न परिस्थितियों का मुकाबला करने के लिए राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसाइटी में उपलब्ध राशि का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं.


मानसून से पहले अलर्ट मोड में स्वास्थ्य महकमा


मानसून के दौरान सातों दिन चौबीसों घंटे राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष संचालित किया जाएगा. जिला एवं खंड स्तर पर भी आवश्यक सूचनाओं को राज्य नियंत्रण कक्ष से अवगत कराने के लिए निर्देश दिए गए हैं. मानसून के दौरान जल जनित रोगों, मौसमी बीमारियों का इलाज के लिए रैपिड रिस्पांस टीम, मोबाइल टीमों का गठन किया जाएगा.


बाढ़ के कारण जल दूषित होने की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए ब्लीचिंग पाउडर, क्लोरीन का पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित किया जाये. जलदाय विभाग के समन्वय से पेयजल आपूर्ति की पाइपलाइन से लीकेज को रिपेयर किया जाए. पानी में अशुद्धता पाए जाने पर जल स्रोतों का सुपर क्लोरिनेशन करवाने के निर्देश दिए हैं.


मेडिकल कॉलेज समेत अस्पतालों को दिये निर्देश


चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने बताया कि अस्पतालों में जीवन रक्षक दवाइयों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित किया जाये. नगरीय निकाय पंचायत विभाग के माध्यम से नालियों की सफाई और कीटनाशकों का छीड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं.


आम लोगों को मौसमी बीमारी से बचाव एवं रोकथाम के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने को भी कहा गया है. निदेशक जन स्वास्थ्य डॉक्टर रवि प्रकाश माथुर ने बताया कि मानसून के दौरान चिकित्साकर्मी मुख्यालय से अटैच रहेंगे. आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से समय-समय पर जारी अलर्ट को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. 


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