Haj Yatra: ईद के पहले राजस्थान के 2072 मुस्लिमों को मिला खास तोहफा, हज यात्रा के लिए लॉटरी में निकला नाम
आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी, तब देशभर से करीब 1.50 लाख लोग गए थे. इनमें राजस्थान से 5 हजार यात्री थे. वहीं कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई थी, जिसे इस बार फिर शुरु किया जा रहा है.
Haj Yatra From Rajasthan: राजस्थान में मुस्लिम समुदाय के लोगों को ईद (Eid) के चार दिन पहले ही एक बड़ा तोहफा मिल गया है. तोहफा पाने वालों में राज्य के 2072 लोग शामिल हैं. तोहफा यह है कि मुस्लिम समुदाय की तीर्थ यात्रा यानी हज यात्रा के लिए शनिवार की राजधानी स्थित सचिवालय में लॉटरी निकाली गई, जिसमें राजस्थान में 2072 लोगों का नाम खुला है. इसको लेकर समुदाय में खुशी की लहर है. एक तरफ चार दिन बाद ईद की खुशी है जिस पर खुशी का यह डबल डोज मिल गया है. लॉटरी खुलने के बाद अब आगे की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यानी दस्तावेज, ट्रेनिंग आदि.
दो साल बाद हो रही हज यात्रा
आखिरी हज यात्रा वर्ष 2019 में हुई थी. तब देशभर से करीब 1.50 लाख लोग गए थे. इनमें राजस्थान से 5 हजार यात्री थे. कोरोना के कारण 2020 में यात्रा रद्द हो गई थी. पिछले साल जिले राजस्थान के 1549 आवेदन आए, लेकिन सऊदी अरब सरकार ने यात्रा की अनुमति नहीं दी थी जिससे रद्द हो गई.
81000 रुपए कराने होंगे जमा
कमेटी के जिला संयोजक और ट्रेनर जहीरुद्दीन सक्का ने बताया कि लॉटरी में चयनित लोगों में खुशी की लहर है. इन्हें हज कमेटी ऑफ इंडिया के खाते में 81000 रुपए की पहली किस्त जमा करानी होगी. मई के पहले हफ्ते में यात्रियों की ट्रेनिंग होगी. इसी बीच पासपोर्ट वेरिफिकेशन का काम भी शुरू हो जाएगा. दुख की बात यह है कि 800 लोग हज यात्रा से वंचित रह गए हैं जो लॉटरी में भाग नहीं ले सके, वह हैं 65 साल से ज्यादा उम्र के लोग. इन्हें निजी खर्च पर भी हज़ की अनुमति नहीं है. इसके पीछे कारण है कि सऊदी सरकार ने अप्रैल में ही नई गाइडलाइन जारी कर दी थी. इसमें 30 अप्रैल 2022 को जो 65 वर्ष की आयु से ज्यादा हो गए है उन्हें यात्रा की अनुमति नहीं दी गई है.