Bal Gopal Yojana: मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना (Mukhyamantri Bal Gopal Yojana) के तहत जयपुर (Jaipur) में हजारों स्टूडेंट को लाभ मिला है. सरकार का दावा है कि दूध पीने वाले बच्चों की सेहत में सुधार हुआ है. जयपुर शहर के जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि 29 हजार से अधिक बच्चों को दूध का पाउडर दिया गया है. आकंड़ों के अनुसार 1,19950 किलोग्राम दूध बच्चों को अभी तक दिया गया है. बाल गोपाल योजना की शुरुआत सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने जयपुर के सिविल लाइन से की थी. जयपुर के बाद पूरे राजस्थान में एक साथ लॉन्च कर दिया गया. आठवीं तक छात्रों को मिड डे मील के अलावा दूध दिया जाता है.


जयपुर के 3615 राजकीय स्कूलों में 29 नवंबर 2022 से दूध पाउडर बच्चों को वितरित किए गए. दूध पाउडर का वितरण प्रत्येक मंगलवार एवं शुक्रवार को किया जाता है. मंगलवार, शुक्रवार को छुट्टी होने पर अगले दिन पहली क्लास से आठवीं तक के बच्चों को बाल गोपाल दूध मिलता है. कक्षा 1 से 5 में 18,2000 और कक्षा 6 से 8 में 113395 कुल मिलाकर 29,5395 छात्र-छात्रा पढ़ रहे हैं. कक्षा 1 से 5 के लिए 65,520 किलोग्राम और कक्षा 6 से 8 के लिए 54,430 किलोग्राम कुल 1,19950 किलोग्राम दूध पाउडर जयपुर जिले को दिया गया.


इस मात्रा में दिया जाता है दूध


अभी दूध पाउडर का वितरण 03 माह के लिए किया गया है. कक्षा 1 से 5 तक के लिए 15 ग्राम और 6 से 8 के लिए 20 ग्राम दूध पाउडर दिया जाता है. तैयार दूध की मात्रा प्रति छात्र कक्षा 1 से 5 के लिए 150 मिलीलीटर और कक्षा 6 से 8 के लिए 200 मिलीलीटर है. दूध पाउडर के लिए चीनी की मात्रा कक्षा 1 से 5 के लिए 8.4 लिए 10.2 ग्राम है. 


मुख्यमंत्री ने बताया था मकसद


मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर बताया था कि आखिर किसलिए बाल गोपाल योजना शुरू की गई थी. उन्होंने राजस्थान सरकार की तरफ से संचालित योजना का मकसद आठवीं तक के छात्रों को उचित पोषण उपलब्ध कराना बताया था. 


जिला शिक्षा अधिकारी जगदीश मीणा का कहना है कि योजना से जिले के हजारों बाल गोपालों को लाभ मिला है. उन्होंने कहा कि मैंने कई बार दूध के पाउडर को खुद टेस्ट किया है. योजना बच्चों की सेहत के लिए बेहतर है. हम बाल गोपाल योजना की पूरी निगरानी करते हैं. संचालन में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी. 


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