Rajasthan News: राजस्थान के कोटा (Kota) में आए दिन बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ पकड़ में आ रहे हैं. नारकोटिक्स विभाग की टीम इनपर कर्रवाई तो कर रही है, लेकिन उन्हें काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. केन्द्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो की राजस्थान इकाई की ओर से मादक पदार्थों की बरामदगी और तस्करों की धरपकड़ के लिए अभियान चलाया गया है. इस दौरान 24 जून की रात तस्करों का पीछा करते समय तस्करों की कार ने नारकोटिक्स ब्यूरो की दो गाड़ियों को टक्कर मार दी, जिससे वाहन क्षतिग्रस्त हो गए. 


इस घटना के बाद से नारकोटिक्स विभाग की टीम उन्हें तलाश कर रही है. ब्यूरो ने इस साल जनवरी से अब तक अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ 31 कार्रवाई की है. सहायक नारकोटिक्स आयुक्त कोटा जेएस राजपुरोहित ने बताया कि अधीक्षक निवारक बीएन मीणा के नेतृत्व में नारकोटिक्स ब्यूरो प्रतापगढ़ की टीम ने प्रतापगढ़ जिले के खोरिया गांव में चमलावदा मार्ग पर एक काले रंग की कार को रुकने का इशारा किया.


इस पर चालक ने कार को तेज स्पीड से भगाते हुए विभाग की दोनों गाड़ियों को टक्कर मार दी. इससे गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन फिर भी टीc उनका पीछा करती रही. इसके बाद तस्करों ने टीम पर फायर किया और वह जंगल में भाग गए. तस्कर अपनी कार छोड़कर भाग गए. जिसमें 22 कट्टों में भरा 476.200 किलो ग्राम डोडाचूरा और एक देशी पिस्टल सहित दो मैगजीन और चार कारतूस बरामद किए गए. दोनों कार में एक राजस्थान और दूसरी गुजरात की है. 


तस्कर हर बार अपनाते हैं नई तकनीक
सहायक नाकोटिक्स आयुक्त ने बताया कि तस्कर आए दिन नई तकनीक अपनाते हैं और तस्करी करने का प्रयास करते हैं. एक कार्रवाई में सूचना मिली कि कार में मादक पदार्थ हो सकता है. सूचना पर जयपुर के निवारक दल ने जयपुर अजमेर हाईवे पर एक कार का पीछा किया तो चालक कालूराम सैनी नासनोदा गांव के पास कार से उतकर फरार हो गया.


टीम ने कार की तलाशी ली तो उसमें ट्रमाटोल 50 एमजी की 10080 कैप्सूल बरामद किए गए, जिसकी बाजार में कीमत करीब 5 लाख से अधिक है. कार में सवार सह अभियुक्त योगिता सैनी पत्नी कालूराम को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार किया गया. कार में सवार बच्चों को परिजनों को सौंप दिया गया.



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