Rajasthan News: भारतीय पुलिस सेवा के वर्ष 1989 बैच के वरिष्ठ अधिकारी उमेश मिश्रा ने गुरुवार को पुलिस मुख्यालय में निवर्तमान महानिदेशक पुलिस एम एल लाठर से कार्यभार ग्रहण किया. इससे पहले पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर उन्हे आरएसी की टुकड़ी द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. कार्यभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने पुलिस मुख्यालय में भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों की बैठक ली.
उमेश मिश्रा अगस्त 2021 से डीजी इंटेलिजेंस के पद पर कार्यरत थे. उन्होंने जयपुर शहर के रामगंज सर्किल में आईपीएस प्रोबेशन पूरा किया. इसके बाद चूरू, भरतपुर, पाली, कोटा शहर में पुलिस अधीक्षक व आईबी नई दिल्ली में असिस्टेंट डायरेक्टर व डिप्टी डायरेक्टर के पद पर कार्यरत रहे हैं. डीआईजी के रूप में एसीबी और आईजी के पद पर एसीबी, एटीएस, भरतपुर रेंज, विजिलेंस व जोधपुर रेंज रहे. एसीबी एसडीआरएफ सिविल राइट एटीएस और एसओजी और इंटेलिजेंस में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस का पदभार संभाला. उन्हें वर्ष 2007 में पुलिस मेडल और वर्ष 2016 में राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया.
इससे पूर्व पुलिस मुख्यालय पहुंचने पर अतिरिक्त महानिदेशक राजीव शर्मा सहित वरिष्ठतम आईपीएस अधिकारियों और मौजूद अन्य पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनकी अगवानी की. गार्ड ऑॅफ आनर के निरीक्षण के बाद डीजीपी कार्यालय में जाकर विधिवत रूप से लाठर से महानिदेशक पुलिस का कार्यभार संभाला.
'संगठित अपराधियों पर होगी सख्त कार्रवाई'
महानिदेशक मिश्रा ने मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप पुलिस प्राथमिकताओं के अनुरूप कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि कमजोर वर्ग के लोगों के प्रति अत्याचार व अपराध को रोकना हमारी विशेष प्राथमिकता हैं. संगठित-पेशेवर अपराधियों पर नकेल कसने के साथ ही आर्थिक अपराधों पर हमारी नजर रहेगी. ऐसे अपराधियों को चिन्हित करके उनके खिलाफ सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी.
'थानों की कार्यप्रणाली को बनाएं सुगम'
डीजीपी मिश्रा ने कहा कि पुलिस थानों की कार्यप्रणाली को सरल एवं सुगम बनाने पर भी ध्यान दिया जाएगा. पीड़ित अगर फरियाद लेकर थाने पर जाए तो उसके साथ सद्भाव से व्यवहार के साथ ही उसकी बात सुनकर और उसके साथ घटित घटना पर तुरंत कार्रवाई आवश्यक है. पारदर्शी व निष्पक्ष पुलिस जांच हम सुनिश्चित करना चाहेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस स्टेशन की कार्य प्रणाली सुधर गई तो पूरे स्टेट का पुलिसिंग सुधर जाएगी. पीड़ित को यह विश्वास होना चाहिए कि उनके मामले में निष्पक्ष व त्वरित जांच हुई है.
डीजीपी मिश्रा ने बताया कि महिलाओं के खिलाफ अत्याचार मामलों में पूर्व डीजीपी के कार्यकाल में अच्छा कार्य किया गया है. तफ्तीश का समय कम हुआ है व डिस्पोजल रेट बहुत अच्छा है. इसे आगे भी जारी रखा जाएगा. कानून व्यवस्था सुधारने के लिए इंटेलिजेंस को मजबूत करेंगे. पुलिस स्टेशन में इंटेलिजेंट के सिस्टम को ओर अधिक प्रभावी बनाया जाएगा.
DGP ने ली अधिकारियों की बैठक
महानिदेशक पुलिस उमेश मिश्रा ने कार्यभार संभालने के तत्काल बाद पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक ली और आवश्यक दिशानिर्देश दिए. अधिकारियों को पूर्ण निष्ठा, तत्परता और लगन से कार्य कर राजस्थान पुलिस की गौरवशाली परम्पराओं को निरन्तर आगे बढाने का आह्वान किया. बैठक में अतिरिक्त महानिदेशक राजीव शर्मा, जंगा श्रीनिवास राव, डॉ रवि प्रकाश, ए पोनुचामी, सौरभ श्रीवास्तव, गोविन्द गुप्ता, सुनील दत्त, अनिल पालीवाल, आनन्द श्रीवास्तव व अशोक राठौड सहित वरिष्ठ अधिकारी गण मौजूद रहे.
'साइबर क्राइम पर हो खास ध्यान'
उन्होंने पुलिसकर्मियों के कल्याणकारी गतिविधियों पर मंथन करने, ग्रामीण क्षेत्रों में साइबर क्राइम की घटनाओं पर क्षमता संवर्द्धन पर ध्यान देकर उसमें और ज्यादा सुधार लाने के संकेत दिए. उन्होंने कहा कि बाहरी राज्य के बदमाशों को चिन्हित कर पड़ोसी राज्यों से बेहतर समन्वय बनाए रखने पर भी ध्यान दिया जाएगा.
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