Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने शनिवार (28 दिसंबर) को गहलोत सरकार के कार्यकाल में बनाए गए 17 जिलों में से नौ जिलों को खत्म कर दिया. साथ ही तीन नए संभाग को भी समाप्त कर दिया गया. वहीं अब राजस्थान सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने निशाना साधा है.


राजस्थान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा, "अभी राजस्थान में राजकीय शोक है. इसलिए अभी हम कोई धरना प्रदर्शन नहीं करेंगे. लेकिन उसके बाद एक जनवरी से सरकार के खिलाफ जनआंदोलन किया जाएगा. जरूरत पड़ेगी तो कोर्ट का भी सहारा लिया जाएगा. ये सरकार ने गलत निणर्य लिया है. इसका विरोध किया जाएगा." 


उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सरकार के खिलाफ ऐसा आंदोलन किया जाएगा कि सरकार को मजबूर होना पड़ेगा. जिन जिलों को रद्द किया गया गया है उन्हें फिर बनाना पड़ेगा. क्योंकि, कई जिलों में प्रसाशनिक काम शुरू हो गया है. इसलिए, अब उन जिलों को खत्म करना दुखद है. डोटासरा ने कहा कि हमारी सरकार आएगी और हम नए जिलों को फिर से बहाल करेंगे.


'सदन से सड़क तक नहीं छोड़ेंगे'
राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार के निर्णय के खिलाफ सड़क से सदन तक नहीं छोड़ने वाले हैं. उन्होंने कहा कि सरकार चलने नहीं देंगे. ये दुर्भावना पूर्ण निर्णय है. इसका विरोध होगा. जालौर और सांचौर जिले में कितना अंतर है. लेकिन सरकार ने इसकी कोई चिंता नहीं है. बस इन्हे कांग्रेस सरकार के निर्णय से दुःख है.


ये 9 जिले समाप्त हुए
अशोक गहलोत सरकार ने दूदू, केकड़ी, शाहपुरा, नीमकाथाना, गंगापुरसिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, अनूपगढ़, सांचौर जिले बनाये थे, जिन्हें खत्म कर दिया गया है.


इन्हें नहीं किया या खत्म
हालांकि भजनलाल सरकार के मुताबिक राजस्थान के बालोतरा, खैरथल-तिजारा, ब्यावर, कोटपूतली-बहरोड़, डीडवाना-कुचामन, फलोदी और संलूबर बने रहेंगे. अब राजस्थान में 7 संभाग और 41 जिलें ही रहेंगे.


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