Rajasthan New District Formation: राजस्थान (Rajasthan) में जिलों की मांग अभी भी शांत नहीं हुई है. सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के 19 नए जिलों की घोषणा करने के बाद अब पांच और नए जिलों की मांग तेज हो गई है. इसके लिए मांग ही नहीं बल्कि आंदोलन भी तेज होता दिख रहा है. वहीं पांच नए जिले और बनाने की इस मांग ने सरकार के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है.
सुजानगढ़, (Sujangarh) सूरतगढ़ (Suratgarh), सांभर, भीनमाल और भिवाड़ी के विधायक लगातार सरकार पर दबाव बना रहे हैं. यहां तक की भिवाड़ी जिले की मांग को लेकर तिजारा के विधायक संदीप यादव ने मुख्यमंत्री से मुलाकात भी की है. उन्होंने विधान सभा भवन के बाहर धरना भी दिया है. इस क्षेत्र में लोग भी आक्रोशित हो रहे हैं. यहां पर एक आंदोलन सा चल रहा है. विरोध-प्रदर्शन भी किये जा रहे हैं. वहीं सुजानगढ़ में कल भी जनआक्रोश दिखा. बाजारों को बंद रखा गया. इसके साथ ही नेशनल और स्टेट हाइवे पर चक्काजाम रहा.
जारी है आंदोलन
प्रदेश के अलग-अलग क्षेत्रों में जिला बनाने की मांग को लेकर आंदोलन जारी है. साथ ही साथ सरकार के खिलाफ विरोध भी हो रहा है. जैसे सराड़ा जिला बनाओ संघर्ष समिति की मांग है कि नव घोषित जिले का नाम सराड़ा सलूम्बर किया जाए. या तो सराड़ा उपखंड को उदयपुर जिले में ही रखा जाए.
वहीं, छतरगढ़ और खाजूवाला तहसील को अनूपगढ़ की जगह बीकानेर जिले में ही रखने की मांग की जा रही है. जिलों की घोषणा के बाद अब तहसीलों और विधान सभा के क्षेत्रों को लेकर भी मामला तेज हो गया है. आने वाले दिनों में यह मांग और भी तेज हो सकती है.
कमेटी की रिपोर्ट भी नहीं मान रहे लोग
सरकार का कहना है कि पांच जिलों की घोषणा प्रदेश की भौगोलिक स्थिति, जनप्रतिनिधियों और लोगों की मांग के आधार पर कमेटी की रिपोर्ट के बाद हुई है. अभी जिन जिलों की मांग हो रही है, उनके विधायकों को उम्मीद है कि उनकी मांग मान ली जा सकती है. जानकारों की माने तो अगर यह मांग पहले और तेज हुई होती तो आज ये जिले बन गए होते.
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