Free Smartphones Scheme in Rajasthan: राजस्थान में अगले साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं. जानकारों के अनुसार ऐसे में राज्य सरकार चाह रही है कि मुख्यमंत्री गहलोत की इस महत्वाकांक्षी बजटीय घोषणा को आचार संहिता लगने से पहले ही पूरा कर दिया जाए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा को पूरा करने के लिए अधिकरियों ने संभाला मोर्चा शुरू की तैयारिया देश की तीन प्रमुख दूरसंचार कंपनियों ने राजस्थान सरकार की 'मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना' में रुचि दिखाई है. 


1.35 करोड़ महिलाओं को मिलेगा लाभ
इस योजना के तहत राज्य में 1.35 करोड़ महिलाओं को स्मार्टफोन दिया जाना है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि उच्च स्तरीय समिति तकनीकी बोलियों के मूल्यांकन के बाद इस महीने ही इस बारे में कोई फैसला कर लेगी. अधिकारी इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द पूरा करना चाहते हैं. ताकि अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की इस बजटीय घोषणा को अमली जामा पहनाया जा सके.


इतनी आएगी लागत
इस परियोजना की कुल लागत 12000 करोड़ रुपए है. राज्य सरकार की इस परियोजना के लिए आई तकनीकी बोलियों की बुधवार को जांच की गई है. परियोजना प्रभारी छत्रपाल सिंह ने बताया, "तकनीकी बोलियों की बुधवार को जांच की गई." बोली पेश करने वाली चार में से तीन कंपनियां इसमें शामिल हुईं, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ साथ एयरटेल और रिलायंस जियो भी शामिल है. निविदा पेश करने वाली निजी कंपनी वोडाफोन इसमें उपस्थित नहीं हुई. उन्होंने बताया कि अब एक उच्च स्तरीय समिति निविदाओं का आकलन कर आगे फैसला करेगी.


दिवाली से पहले मिल सकता है फोन
दिवाली से पहले मिल सकती है सरकार को फोन अधिकारियों को उम्मीद है कि इस प्रक्रिया को जल्द से जल्द निपटा लिया जाएगा और योजना के तहत स्मार्टफोन की पहली खेप इस त्योहारी सीजन (दिवाली) से पहले सरकार को मिल सकती है. उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस साल के राज्य के बजट में 'मुख्यमंत्री डिजिटल सेवा योजना' की घोषणा की थी.


3 साल तक मिलेगा फ्री इंटरनेट
इसके तहत राज्य में 1.35 करोड़ 'चिरंजीवी परिवारों की महिला मुखिया को तीन साल की इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ स्मार्ट फोन दिया जाना है. इस परियोजना के तहत फोन में तीन साल तक इंटरनेट के अलावा वाइस कॉल और एसएमएस की सुविधा होगी.परियोजना कार्यान्वयन का जिम्मा सरकारी कंपनी राजकॉम्प के पास है. अधिकारियों ने बताया कि मोबाइल फोन, तीन साल के इंटरनेट सहित अन्य मदों को मिलाकर यह परियोजना लगभग 12000 करोड़ रुपये की है.


इस मोबाइल का उपयोग सरकार 'चिरंजीवी परिवारों को विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए करेगी. इसके साथ ही, वह इसके जरिए अपनी लोक कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार भी कर सकेगी और उसके पास योजनाओं का लाभ लेने वालों का डाटा रहेगा.


ये भी पढ़ें


Janmashtami 2022: राजस्थान में है देश का एकमात्र मंदिर, जहां जन्माष्टमी पर श्रीकृष्ण को देते हैं तोपों से सलामी


Rajiv Gandhi Scholarship 2022: विदेश में पढ़ाई करने के लिए मदद करेगी राजस्थान सरकार, स्कॉलरशिप के लिए ऐसे करें अप्लाई