Kota News: कोटा रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास बनाए जाने की कवायद शुरू, विकास पर खर्च होंगे 228.83 करोड़ रुपये
Kota Railway Station: आने वाले 30 महीनों के अंदर कोटा का रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास रूप में नजर आएगा. यहां अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आकर्षक लुक भी होगा जो आने वाले यात्रियों के मन को प्रसन्न कर देगा.
Kota News: कोटा रेलवे स्टेशन (Kota Railway Station) को वर्ल्ड क्लास बनाए जाने की कवायद शुरू हो गई है. यहां पर एयरपोर्ट की तर्ज पर नई व्यवस्था देखने को मिलेगी. यात्री सुविधाओं का बेहतरीन तरीके से विस्तार होगा,पार्किंग की समस्या का समाधान होगा. इसी के साथ व्यवस्था ऐसी होगी कि नजरें ठहर जाएंगी. आने वाले 30 महीनों के अंदर कोटा का रेलवे स्टेशन वर्ल्ड क्लास रूप में नजर आएगा. यहां अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ आकर्षक लुक भी होगा जो आने वाले यात्रियों के मन को प्रसन्न कर देगा.
इस स्टेशन के विकास पर 228.83 करोड़ रुपए खर्च होंगे. इस कार्य में प्लेटफार्म नंबर 1 और 4 के बाहरी क्षेत्र का भी विकास होगा. प्लेटफार्म नंबर 4 के बाहरी क्षेत्र के विकास के लिए सालों से बने हुए रेलवे इंस्टिट्यूट और सामुदायिक भवन को भी हटाया जाएगा. इसी के चलते रेलवे इंस्टिट्यूट की शादी समारोह की एडवांस बुकिंग भी अब बंद कर दी गई है.
32 स्टेशनों पर तेजी से चल रहा काम
देश में 199 स्टेशनों के विकास की योजनाओं पर काम चल रहा है. इनमें से कई स्टेशनों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं. बाकी स्टेशनों के लिए मास्टर प्लान और डिजाइन का काम चल रहा है. 32 स्टेशनों पर तेजी से काम हो रहा है. पश्चिम मध्य रेल में इस योजना के तहत कोटा और डकनिया तलाव स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. कोटा और डकनिया तलाव स्टेशन के लिए टेंडर जारी कर दिया गया है. डकनिया स्टेशन के पुनर्विकास का काम 24 महीने अर्थात अक्टूबर 2024 में पूरा कर लिया जाएगा और कोटा स्टेशन के पुनर्विकास का काम 30 महीने अर्थात अप्रैल 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा.
वर्ल्ड क्लास की तर्ज पर बनाए जा रहे कोटा रेलवे स्टेशन बनने के बाद ऐसा लगेगा मानो विदेशी हाईटेक स्टेशन पर खडे़ हैं. यहां वह हर सुविधा होगी जो देशी विदेशाी पर्यटक के लिए आवश्यक होगी. कोटा रेलवे स्टेशन नई दिल्ली मुंबई लाइन पर स्थित एक महत्वपूर्ण स्टेशन है. यहां पर हर जगह जाने की सुविधा उपलब्ध है.
यह रहेगी विशेष व्यवस्था
- 6765 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल वाले दो आगमन ब्लॉक और एक प्रस्थान ब्लॉक का निर्माण होगा.
- आगमन ब्लॉक नंबर 1 पर वीआईपी रूम, वीआईपी लाउंज, रेस्तरा, भूतल पर कार्यालय और प्रतीक्षा स्थल होगा.
- प्रतीक्षा स्थल, पहली मंजिल पर क्योस्क की सुविधा होगी.
- आगमन ब्लॉक नंबर दो पर प्रतीक्षालय, शौचालय, ब्लॉक कार्यालय होंगे.
- प्रस्थान ब्लॉक में बुकिंग काउंटर, स्टेशन सूचना केंद्र और कार्यालय संचालित होंगे.
- 2100 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाला कॉनकोर्स होगा जो प्लेटफार्म नम्बर एक व तीन को जोडे़गा.
- 25500 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल वाले सर्कुलेटिंग क्षेत्र में पार्किंग सुविधाओं और सर्कुलेटिंग एरिए का विकास होगा.
- सकुर्लेटिंग एरिया में पैदल चलने के रास्ते का प्रावधान टेबल टॉप क्रॉसिंग और टेंसाइल फैब्रिक रूफ्ड शेल्टर के साथ टेंसाइल रूफ का क्षेत्रफल 9600 वर्ग मीटर होगा.
- रियल स्टेशन बिल्डिंग 2600 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल वाले अलग आगमन और प्रस्थान ब्लॉकों के साथ रियल स्टेशन भवन का विस्तार और विकास होगा.
- ग्राउंड फ्लोर में बुकिंग काउंटर वीआईपी रूम, रिटेल शॉप, क्लॉक रूम और ऑफिस होगा.
- पहली मंजिल में कॉनकोर्स प्रतीक्षा क्षेत्र डोरमेट्री और रिटर्निंग रूम, रेस्तरां, एटीएम सुविधाएं होंगी.
यात्रियों के लिए होगी यह अन्य सुविधाएं
- प्लेटफार्म नंबर 3 और 4 को जोड़ने वाले 36 मीटर चौड़े कॉनकोर्स का निर्माण होगा. जिसका कुल क्षेत्रफल 1700 वर्ग मीटर होगा.
- इसके साथ ही मौजूदा रेलवे संस्थान और सामुदायिक हॉल 2600 वर्ग मीटर के स्थान का उपयोग करते हुए दूसरे प्रवेश द्वार पर सर्कुलेटिंग एरिया का विस्तार और पुनर्विकास होगा.
- सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग सुविधाओं का विकास 9700 वर्ग मीटर में होगा.
- थ्रू रूफ का निर्माण 19000 वर्ग मीटर में होगा.
- सर्कुलेटिंग क्षेत्र में सीवरेज, जलापूर्ति, वर्षा जल संचयन प्रावधान होगा.
- दिव्यांग सुविधाओं का प्रावधान होगा.
- दोनों कॉनकोर्स को जोड़ने वाले 6 मीटर चौड़े एफओबी (फुट ओवर ब्रिज) का निर्माण होगा.
- इन सुविधाओं के साथ मौजूदा भवन 3100 वर्ग मीटर के नवीनीकरण, संशोधन सहित नवीनीकरण कार्य, प्लेटफार्म फर्श 35000 वर्ग मीटर में होगा.
- प्लेटफार्म कवरिंग 6500 वर्ग मीटर, प्लेटफार्म कवरिंग 6500 वर्ग मीटर, मौजूदा फुटओवर ब्रिज का नवीनीकरण होगा.
- 8 लिफ्ट, 14 एस्केलेटर, 250 केडब्ल्यूपी सोलर प्लांट होगा.
- यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली, यात्री घोषणा प्रणाली, सीसीटीवी प्रणाली, कोच इंडिकेशन, ट्रेन इंडिकेशन बोर्ड सहित कई तरह के विकास कार्य यहां पर किए जाएंगे.
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