Hostage in Saudi Arabia: सऊदी अरब के यंबू शहर में 25 भारतीय नागरिकों सहित कुल 35 लोगों को बंधक बनाने का मामला सामने आया है. बंधक बनाए गए लोगों में राजस्थान के निवासी सोहनलाल की हालत गंभीर है. टोंक जिले के निवासी सोहनलाल बैरवा का पासपोर्ट क्रमांक K5850453 है. बंधक बनने के बाद सोहनलाल की तबीयत बिगड़ गयी लेकिन कई दिनों तक इलाज नहीं मिला. बहुत ज्यादा स्थिति खराब होने के बाद अब सरकारी अस्पताल में सोहनलाल को भर्ती करवाकर राम भरोसे छोड़ दिया गया है. सोहनलाल यंबू के सरकारी अस्पताल में भर्ती हैं. अस्पताल में समुचित इलाज और दवाइयां भी नहीं मिल पा रही हैं.


सऊदी अरब में बंधक बने 25 भारतीय नागरिक


बूंदी निवासी चर्मेश शर्मा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, विदेश मंत्रालय में विदेश मंत्री एस जयशंकर के सामने शिकायत दर्ज करवाई है. शिकायत में उन्होंने भारत सरकार से सभी भारतीय नागरिकों की तत्काल सकुशल वापसी करवाने और राजस्थान के निवासी बीमार भारतीय नागरिक सोहनलाल का जीवन बचाने की मांग की है. शर्मा ने 25 भारतीय नागरिकों के साथ बंधक नेपाल, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका के निवासी 10 अन्य नागरिकों की भी मानवीय आधार पर सहायता करने की मांग रखी है.


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घर जाने की मांग पर कंपनी ने की बड़ी साजिश


आरोप है कि सऊदी अरब की अलजहरानी कंपनी ने सभी लोगों का वीजा रिनुअल नहीं करवाया. वीजा रिनुअल नहीं होने से सऊदी अरब में रहने का वैध दस्तावेज इकामा समाप्त हो गया. कंपनी ने षडयंत्रपूर्वक 25 भारतीयों सहित 35 लोगों को सऊदी अरब में अवैध नागरिक बना दिया. अवैध नागरिक होने के बाद सभी से पिछले दो वर्षों तक बंधुआ मजदूी कराई जा रही थी. कुछ दिनों पहले उन्होंने वीजा रिनुअल करवाकर इकामा बनवाने और परिवार के पास स्वदेश भेजने की मांग रखी तो कंपनी ने सभी 35 लोगों को जबरन बंधक बना लिया. भारतीय नागरिकों में राजस्थान, बिहार, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित कई प्रदेशों के रहने वाले शमशेर, रामप्रवेश, श्यामलाल, इमरान शामिल हैं. कंपनी ने अभी भी बाहर कुछ बताने पर धमकी दे रखी है. बंधक बने लोग कंपनी की धमकी से डरे हुए हैं.


भारत सरकार से तत्काल रिहा कराने की मांग


बंधक बनाए गये लोगों में से जयपुर निवासी एक श्रमिक सरफ़ुद्दीन ने भरतपुर के श्रमिक विश्राम जाटव और बूंदी जिले के नैनवा निवासी अब्दुल गफ्फार को अपनी पीड़ा बतायी. जानकारी मिलने के बाद विश्राम जाटव और गफ्फार ने विदेश में संकटग्रस्त भारतीयों की सहायता के लिए कार्य करने वाले बूंदी के चर्मेश शर्मा से मुलाकात की. शर्मा ने चिकित्सालय में भर्ती राजस्थान के निवासी सोहनलाल से भी बात करने की कोशिश की लेकिन सांस की तकलीफ के कारण बोलने की स्थिति में नहीं है. सोहनलाल को लगातार ऑक्सीजन चढ़ाया जा रहा है. टोंक जिला निवासी सोहन लाल बैरवा को वर्तमान स्थिति में उच्चस्तरीय निजी अस्पताल में इलाज की आवश्यकता है लेकिन मजबूरी में सऊदी अरब के सरकारी अस्पताल में अकेला पड़ा हुआ है.


चर्मेश शर्मा ने बताया कि नर्सिंग स्टाफ से बात हुई है. उसने बताया कि पैसों के अभाव में पर्याप्त इलाज और दवाइयां भी नहीं मिल पा रही हैं. सोहनलाल को कुछ देर के लिए होश आता है और फिर वापस बेहोश हो जाता है. कंपनी ने देखरेख के लिये दूसरे भारतीय नागरिक राजेश को भी जबरन वापस बुलाकर बंधकों के साथ डाल दिया है. राष्ट्रपति को भेजी याचिका में चर्मेश शर्मा ने कहा है कि सभी भारतीय नागरिकों की सकुशल वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा और भारतीय नागरिकों की जिंदगी बचाने के लिये सभी संवैधानिक अधिकारों का उपयोग किया जायेगा. उन्होंने कहा कि भारत सरकार को गंभीर मामले में बिना एक क्षण की देरी किये हुये कदम उठाना चाहिये. 


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