Udaipur News: सास-बहू का नाम सुनते या लेते ही सबसे पहले घरेलू विवाद सामने आते हैं, जो हर जगह चर्चित है. इन झगड़ों से कई घर टूट भी जाते हैं, लेकिन राजस्थान में सास बहू सम्मेलन हो रहा है. इस सम्मेलन में दोनों मिलकर परिवार नियोजन की सिख लेंगे. चिकित्सा विभाग से जुड़े कर्मचारी उन्हें एक स्थान पर बुलाकर परिवार नियोजन की जानकारी देंगे. राजस्थान में करीब 54 हजार ऐसे सम्मेलन होंगे जो तीन स्तर पर होंगे. पहले ब्लॉक, फिर जिला और फिर राज्य स्तर पर यह सम्मेलन होगा. फिलहाल यह कब होगा इसकी तारीख जारी नहीं की गई है. इस सम्मेलन की तैयारीयां शुरू कर दी गई है.
नवविवाहिता और दो बच्चों वाले दंपति को टारगेट
नेशनल हेल्थ मिशन की ओर से परिवार नियोजन को बढ़ावा देने और महिलाओं को इसकी जानकारी देने के उद्देश्य से इस सम्मेलन की शुरुआत की गई थी. इसमें कम से कम 10 सास-बहू जोड़े का होना अनिवार्य है. ज्यादातर टारगेट नवविवाहितों और दो बच्चों वाले दंपतियों को किया जाएगा. आशा, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता इस प्रकार की सास का चयन करेंगी. इसमें डॉक्टर के साथ चिकित्सा विभाग के अधिकारी भी शामिल होंगे.
सम्मेलन में क्या जानकारी मिलेगी
सास-बहू सम्मेलन में सीमित परिवार का लाभ, विवाह की सही आयु, विवाह के बाद कम से कम दो वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले और दूसरे बच्चे के बीच कम से कम 3 वर्ष का अंतर, परिवार नियोजन के स्थायी और अस्थायी साधन की पूर्ण जानकारी दी जाएगी. वहीं परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली मुआवजा राशि और परिवार कल्याण के स्थायी और अस्थायी साधनों को अपनाने की जानकारी दी भी जाएगी.
एएनएम व आशाओं द्वारा सम्मेलन में परिवार नियोजन, स्वास्थ्य कार्यक्रमों एवं योजनाओं की जानकारी देने के साथ साथ भ्रांतियों को दूर करने के लिए भी बताया जाएगा. सास बहू अपने परिवार नियोजन संबंधी अनुभवों को साझा कर इस सम्मेलन के माध्यम से गांव की महिलाओं में परिवार नियोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाएगी.
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