Udaipur News: पर्यटन स्थल घोषित किए जाने को लेकर हाल ही में सुर्खियों में रहे जैन धर्म के सबसे बड़े धार्मिक स्थल सम्मेद शिखर के दर्शन के लिए उदयपुर से 1500 श्रद्धालुओं का जत्था बुधवार को ट्रेन से रवाना हुआ. श्रद्धालुओं से भरी इस स्पेशल ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया.  इस मौके पर श्रद्धालुओं ने कहा कि हम सभी पहली बार एक साथ एक ही जगह दर्शन करने के लिए जा रहे हैं. 


श्रद्धालुओं को विदा करने सैकड़ों लोग पहुंचे स्टेशन


उदयपुर से शाश्वत तीर्थ सम्मेद शिखरजी के लिए 1500 तीर्थ यात्री रेल से रवाना हुए. इन तीर्थ यात्रियों को विदा करने के लिए उदयपुर रेलवे स्टेशन पर बड़ी संख्या में शहरवासी आये. सभी ने रेलवे स्टेशन पर जयकारे लगाए. यह स्पेशल ट्रेन 31 जनवरी को झारखंड से वापस होगी और उदयपुर पहुंचेगी. दरअसल सम्मेद शिखर जी में 28 जनवरी को आचार्य गुरुवर प्रसन्न सागर महाराज की तप साधना का पारणा होगा. इस कार्यक्रम के लिए देशभर के धर्मावलम्बी शिखर जी जा रहे हैं. इसी क्रम में उदयपुर से यह ट्रेन रवाना हुई. रेलवे स्टेशन पर पूरा माहौल धर्ममयी हो गया, हर कोई यात्रियों को शुभकामनाएं दे रहा था. 


सभी यात्रियों के लिए निशुल्क व्यवस्था


इस यात्रा का आयोजन सुशीला और बसन्ती वेलावत परिवार की तरफ से किया गया है. इसमें सभी 1500 यात्रियों की स्पेशल ट्रेन बुक की गई. ट्रेन की यात्रा के साथ वहां रहना और खाना भी इन्ही की तरफ से रहेगा. स्पेशल ट्रेन की रवानगी से एक दिन पहले से ही धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए जिसमें मेंहदी, भजन और धार्मिक गीतों पर यात्रियों ने नृत्य किये. सुबह वेलावत परिवार के निवास स्थान से गाजे-बाजे के साथ सभी निकले. वहीं सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित किए जाने की बात पर यात्रियों ने  कहा कि यह पूरा राजनीतिक षडयंत्र था. वहां आदिवासी और जैन दोनों प्रेम से रहते हैं. 


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