Udaipur News: रिसोर्ट बनाने के बहाने 13 व्यापारियों से लिया लाखों का सामान, फिर राखी की छुट्टियों से पहले थमाया फर्जी चेक
आरोपियों ने अपना जीएसटी रनिंग अकाउंट बनाया जिससे व्यापारियों को शक ना हो. फिर राखी के एक दिन पहले डिलीवरी का समय चुना. क्योंकि इसके बाद लगातार 4 दिन की छुट्टियां थी और बैंक बंद थे.
Udaipur Crime News: धोखाधड़ी के आपने कई किस्से सुने होंगे लेकिन उदयपुर (Udaipur) में फ्रॉड का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने सभी को हैरान कर दिया. दरअसल उदयपुर में दो शातिर युवकों ने खुद को अमीर दिखाते हुए रिसोर्ट बनाने के बहाने 13 व्यापारियों से संपर्क किया और उनसे लाखों रुपये का सामान खरीद लिया. इसके बदले उन्होंने चेक थमाया. जब बैंक में चैक डाला तो बाउंस हो गया. फिर सभी व्यापारी एसपी विकास कुमार के पास पहुंचे. लेकिन यह धोखाधड़ी आसान नहीं थी. आपको बताते हैं कि इन शातिर युवकों ने किस तरह से इस अंजाम दिया.
आरोपियों ने ऐसे की प्लानिंग
एसपी विकास कुमार ने बताया कि जब 13 व्यापारी आए थे और उन्होंने धोखाधड़ी की बात बताई तो तुरंत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की. जब उनकी गिरफ्तारी कर लाए और पूछताछ की तो चौंकाने वाले बाते सामने आई. दरअसल दोनों आरोपी मुकेश दवे और जयप्रकाश महाराष्ट्र के रहने वाले हैं और अभी गुजरात के अहमदाबाद में रह रहे हैं. रक्षाबंधन के पहले उन्होंने अपनी प्लानिंग की थी.
आरोपियों ने अपना जीएसटी रनिंग अकाउंट बनाया जिससे व्यापारियों को शक ना हो. फिर राखी के एक दिन पहले डिलीवरी का समय चुना. क्योंकि इसके बाद लगातार 4 दिन की छुट्टियां थी और बैंक बंद थे. किसी व्यापारी से इलेक्ट्रिसिटी के सामान तो किसी से कुर्सियां सहित अन्य डेकोरेटिव सामान खरीद उदयपुर शहर में एक किराए के गोदाम पर रखवाए. फिर छुट्टियों में सामान खाली किया और भाग गए. जब बैंक खुले और व्यापारियों ने चैक जमा कराए तो बाउंस हो गए. फिर मामले का खुलासा हुआ.
दर्ज हुई रिपोर्ट
योगेश सुराणा ने थाने में रिपोर्ट दी कि मेरी फर्म अरावली फर्नीचर है. 9 अगस्त को एक व्यक्ति मुकेश का कॉल आया और उसने मेरी दुकान से सामान 16 कुर्सी के 29 बण्डल कुल 464 कुर्सिया (प्लास्टिक चेयर्स) का ऑर्डर दिया और जिसकी कीमत 1,57,500 रूपये है. मैंने कहा कि आप पैमेंट कर दो तो उन्होने कहा कि आप सामान भेज दो. इसके बाद मुकेश दवे ने एक चेक 1,57,500 का दिया. 16 अगस्त को बैंक में जमा कराया तो बाउंस हुआ. सभी के साथ ऐसे ही धोखाधड़ी हुई.
वहीं मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच में लगी तो आरोपी गुजरात के बड़ोदा स्थिति जलाराम बापू मंदिर में होने की सूचना मिली. पुलिस वहां पहुंची तो मंदिर के ओएस सामान रखा था और आरोपी भी वहीं मिल चुके थे. आरोपी कुछ माल बेच चुके थे और शेष का सौदा करने वाले थे.
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