Bundi News: नेशनल हाइवे जाम करने वालों पर बूंदी पुलिस का एक्शन, 39 के खिलाफ मामला दर्ज, 9 गिरफ्तार
Rajasthan News: जयपुर-कोटा नेशनल हाइवे जाम मामले में बूंदी पुलिस का एक्शन देखने को मिला है. पुलिस ने जाम लगाने वाले 39 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर, 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
Rajasthan News: बूंदी जिले के बसोली मोड़ पर लगे बजरी रॉयल्टी के नाके को हटाने की मांग को लेकर किए गए नेशनल हाईवे 52 जयपुर-बूंदी मार्ग को जाम करने के मामले में बूंदी पुलिस की कार्रवाई जारी है. पुलिस ने आज चार प्रदर्शनकारियों को और गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. अब तक बूंदी पुलिस 9 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करने के लिए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया है.
जहां टीम दबिश देकर प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार कर रही है. उधर आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं बीजेपी के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल का पुलिस की एफआईआर में नाम नहीं आने पर जिले भर में चर्चा का विषय बना रहा. जबकि उनके साथ प्रदर्शन करने वाले 39 समर्थकों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है और उनकी गिरफ्तारियां की जा रही है. गौरतलब है कि बजरी रॉयल्टी हटाने की मांग को लेकर 15 घंटे तक पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया था बाद में पुलिस ने उन्हें लाठीचार्ज कर खदेड़ा और जाम को खुलवाया था.
क्या है पूरा घटनाक्रम
दरअसल बूंदी के बसोली मोड पर खनिज विभाग द्वारा अवैध बजरी परिवहन रोकने के लिए नाका लगाया हुआ है. जहां पर नियमों के अनुसार ही वाहनों को निकाला जाता है. ऐसे में इस नाके को हटाने की मांग को लेकर पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल 15 जून को अपने समर्थकों के साथ हाईवे को चक्का जाम पर बैठ गए थे. और 15 घंटे तक हाईवे बंद रहने से आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा. पुलिस ने आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज करते हुए जाम को हटाया और हाईवे जाम करने के मामले दर्ज कर 39 जनों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की है. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे रहे पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल को पुलिस ने हिरासत में लेकर कोटा छोड़ा.
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी की निंदा
पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल सहित उनके समर्थकों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज मामले में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे भी कोटा दौरे के दौरान घायल कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए कोटा एमबीएस अस्पताल में पहुंची. जहां उन्होंने लाठीचार्ज का विरोध करते हुए कहा कि जिस तरीके से बीजेपी के पूर्व विधायक प्रहलाद गुंजल आंदोलन कर रहे थे. पुलिस ने सोते समय सुबह उन पर लाठियां चलाई कार्यकर्ताओं को खदेड़ा जिससे कार्यकर्ताओं को चोट आई है. लाठीचार्ज से कार्यकर्ताओं की आवाज को दबाया नहीं जा सकता. उधर राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी घायलों से मिलने पहुंचे. जहां उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता यदि लाठी खा रहा है तो वह उसे संत की लाठी समझे, लाठी से कार्यकर्ताओं का प्रमोशन होता है.
कोर्ट के आदेश पर लगाया गया है बजरी नाका
जिला कलेक्टर रेणु जयपाल ने पूरे विवाद पर बयान दिया है. उनका कहना है कि निदेशालय खनन एवं भूविज्ञान विभाग उदयपुर के आदेश के अनुसार 6 जुलाई 2021 से राज्य में नदियों से बजरी के अवैध खनन/निर्गमन की रोकथाम के लिए नाके का आदेश दिया है. हाई कोर्ट के पारित आदेश दिनांक 31 मई 2019 की पालना में खनिज बजरी के अवैध निर्गमन को रोकने के लिए राजस्थान अप्रधान खनिज रियायत नियमावली 2017 के नियम 60 के तहत नियमानुसार 28 मार्च 2022 से बसोली मोड सथूर गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर नियमानुसार चेक पोस्ट स्थापित की गई है. जिला कलेक्टर रेणु जयपाल ने बताया कि चेक पोस्ट पर किसी प्रकार की अनियमितता नहीं बरती जा रही है. नियमानुसार बजरी से भरे वाहनों के रवन्ना, ई-रवन्ना, टीपी चैक की जाती है तथा अवैध निर्गमन पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है.
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