Jodhpur News: प्रदेश में बारिश के बाद मौसमी बीमारियां और कोरोना वायरस बढ़ गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) देश की जनता से लगातार अपील कर रहे हैं. राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने निर्देश दिया है कि मौसमी बीमारियों और कोविड की व्यापक सैंपलिंग की जाए. उन्होंने कहा कि बुखार, खांसी और जुकाम के मरीजों की भी कोविड जांच की जाए.


मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू जैसी मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर लार्वा विरोधी गतिविधियों को सुनिश्चित किया जाना चाहिए. आम जनता को सूखे के दिन (हर रविवार) से अवगत कराया जाना चाहिए कि घर के आसपास और टैंक, कूलर, टायर आदि में जमा पानी को खाली करें. उन्होंने कहा कि आशा, एएनएम और अन्य फील्ड स्टाफ घर-घर जाकर सैंपलिंग करें और ब्लड सैंपल लेकर सही से रिपोर्ट करें.


चिकित्सा मंत्री के निर्देश 


स्वास्थ्य भवन में वीसी के माध्यम से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन और मुख्यमंत्री मुफ्त निरोगी राजस्थान योजना की प्रगति की समीक्षा के लिए बुधवार को आयोजित बैठक में चिकित्सा मंत्री ने यह निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि आशा, एएनएम और अन्य फील्ड स्टाफ घर-घर जाकर सैंपलिंग करें और ब्लड सैंपल लेकर सही रिपोर्ट दें.उन्होंने कहा कि कोई भी पॉजिटिव रिपोर्ट न छिपाएं.


चिकित्सा विभाग हर बीमारी से लड़ने और राज्य के लोगों को स्वस्थ रखने के लिए पूरी तरह से कटिबद्ध है. उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां कोविड के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई जिलों में कोविड की सैंपलिंग बहुत कम है. उन्होंने कहा कि सभी जिलों में प्रतिदिन कम से कम 1000 कोविड सैंपलिंग होनी चाहिए. जिन जिलों में कोविड पॉजिटिविटी रेट अधिक है वहां सैंपलिंग अधिक होनी चाहिए.


सैंपल भेजकर जांच कराएं


चिकित्सा मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में चर्म एवं रति रोग, मेडिसिन एवं शिशु रोग विभाग की ओपीडी में आने वाले मरीजों की हाई रिस्क ग्रुप की नियमित मॉनिटरिंग की जाए. यदि मंकीपॉक्स का कोई संदिग्ध मामला मिले तो उसका तत्काल सैंपलिंग करना चाहिए. इसके साथ ही पिछले 21 दिनों से संदिग्ध मरीज की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग करने के बाद सभी को आइसोलेट करना सुनिश्चित करें. उन्होंने आगे कहा कि एसएमएस अस्पताल में मंकीपॉक्स की जांच सुविधा उपलब्ध है यदि कोई संदिग्ध केस हो तो तत्काल सैंपल भेजकर उसकी जांच करें


कोविड प्रिकॉशन डोज के लिए विशेष अभियान


शासन सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य डॉ. पृथ्वी ने बताया कि चिकित्सा मंत्री के निर्देशों के अनुपालन में कोविड टीकाकरण के तहत लाभार्थियों को प्रिकॉशन डोज लगाने के लिए राज्य भर में विशेष अभियान चलाया जाएगा. उन्होंने कहा कि पर्याप्त मात्रा में प्रिकॉशन डोज होने के बावजूद वैक्सीन की खुराक के लाभार्थियों की संख्या कम है. जिसके यह कारण विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है.


शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा वैभव गलारिया ने कहा कि अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में सभी दवाएं उपलब्ध हैं. उन्हें एक ही स्थान पर संग्रहित किया जाना चाहिए. यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीज या उसके परिवार को दवा के लिए अलग-अलग काउंटर पर न जाना पड़े. उन्होंने सभी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्यों और चिकित्सा संस्थानों के प्रभारी को दवा वितरण व्यवस्था की समीक्षा किया है. मरीजों को एक ही स्थान पर दवा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए.


इस दौरान मिशन निदेशक आरएमएससीएल अनुपमा जोरवाल, निदेशक आईईसी सुनिल शर्मा, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. के.एल. मीणा तथा वीसी के माध्यम से मेडिकल कॉलेजों एवं जिलों के आला अधिकारी उपस्थित रहें.


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