(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan Politics: सचिन पायलट पर गहलोत गुट के नेताओं के हमले जारी, अब मंत्री धारीवाल ने लगाया बड़ा आरोप
शांति धारीवाल कल कोटा दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोलने के साथ-साथ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर भी बड़ा आरोप लगाया.
Rajasthan News: राजस्थान में ऑडियो लीक मामले में सियासत तेज हो गई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जुबानी हमले के बाद अब राजस्थान के कैबिनेट मंत्री शांतिलाल धारीवाल ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मिले होने का दावा किया है.
सचिन पायलट पर लगाया आरोप
राजस्थान सरकार में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा, "मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जो कहा है, उसमें कुछ भी गलत नहीं है. मैं उनकी बात से सहमत हूं. हमने तो खुद यह देखा है कि सचिन पायलट बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ सरकार गिराने की साजिश में शामिल थे." दरअसल रविवार को शांति धारीवाल कोटा दौरे पर आए थे. इस दौरान उन्होंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर हमला बोल दिया.
'राजस्थान में महाराष्ट्र जैसे हालात नहीं'
वहीं राजस्थान में भी महाराष्ट्र जैसे हालात बनने के बयान पर धारीवाल ने कहा कि बीजेपी वाले पहले भी मुहं की खा चुके हैं, क्योंकि का राज्यसभा के चुनाव में कांग्रेस को तो पूरे 126 वोट मिले हैं जबकि बीजेपी का ही एक वोट टूटा है.
सीएम गहलोत ने भी बोला था हमला
इससे पहले फोन टैपिंग प्रकरण पर सीएम अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत के लिए कहा, "कानून अपना काम कर रहा है. वह काफी समय से बचते रहे आखिर में कोर्ट की ओर से उन्हें नोटिस सर्व हो ही गया. इनको वॉइस सैंपल देने में तकलीफ क्या है? वे स्वीकार कर चुके हैं कि ये इनकी वॉइस है. लोकेश शर्मा के खिलाफ जो केस इन्होंने दर्ज करवाया है, उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है. आप सरकार गिराने के प्रयास का मुख्य किरदार थे. सबको मालूम है कि आप एक्सपोज हो गए हैं. आपने खुद सरकार गिराने का षड्यंत्र किया. अब आप सचिन पायलट का नाम ले रहे हैं. कह रहे हैं कि उन्होंने चूक कर दी. इसके बाद तो और प्रूफ हो गया. आपने खुद ठप्पा लगा दिया कि आप उनके साथ मिले हुए थे."
खुलकर नाराजगी आई थी सामने
बता दें कि राजस्थान की गहलोत सरकार के कार्यकाल 2020 में कांग्रेस नेताओं में नाराजगी खुलकर सामने आ गई थी. उस दौरान विधायकों की खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने को लेकर एक ऑडियो लीक हुआ था. गहलोत सरकार के मुख्य सचेतक भू महेश जोशी के द्वारा इस सरकार गिराने के षड्यंत्र के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था.
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