(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Rajasthan News: हाईकोर्ट में याचिका के बाद नेत्रहीन रोहित ने दी बीएड प्रवेश परीक्षा, कही ये बातें
Rajasthan High Court: राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका के बाद पिछले एक वर्ष से कैसेट सुनकर तैयारी कर रहे नेत्रहीन छात्र रोहित को रविवार को दो वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा देने का अवसर मिला.
Bundi News: राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका के बाद पिछले एक वर्ष से कैसेट सुनकर तैयारी कर रहे नेत्रहीन छात्र रोहित को रविवार को दो वर्षीय बीएड की प्रवेश परीक्षा देने का अवसर मिला. रविवार को जवाहर नगर क्षत्रिय सीनियर सेकेंडरी स्कूल में परीक्षा देने पहुंचे रोहित की खुशी देखते ही बन रही थी. एक समय ई मित्र वाले की गलती से गलत श्रेणी में फार्म भरने से परीक्षा से वंचित हो चुके नेत्रहीन छात्र रोहित की आँखों मे रविवार को सुनहरे भविष्य के सपने सज रहे थे और वह परीक्षा देते समय फूले नहीं समा रहा था.
हाईकोर्ट ने याचिका के बाद दिया रोल नंबर
रविवार शाम परीक्षा केंद्र से बाहर निकलने के बाद नेत्रहीन छात्र रोहित ने कहा कि बीएड प्रवेश परीक्षा देकर उसे इतना अच्छा लग रहा है कि उसके पास कहने को शब्द नहीं है. ई मित्र वाले द्वारा गलत श्रेणी में फार्म भरने के बाद एक समय तो उसने उम्मीद ही छोड़ दी थी कि वह परीक्षा दे पायेगा. रोहित ने बताया कि तब बालचंद पाड़ा के अनिल वर्मा ने उससे कहा कि ऐसी परिस्थिति में उसके छात्र दोस्त ही मदद सकते हैं. इसके बाद वह दोस्तों से मिला और उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका और जिला कलेक्टर रेणु जयपाल के सहयोग से परीक्षा की अनुमति दिलवायी.
बीएड प्रवेश परीक्षा आयोजित कर रहे जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय ने छात्र रोहित की ओर से हाईकोर्ट में याचिका के बाद रविवार को आयोजित प्रवेश परीक्षा के लिये नये रोल नंबर जारी किये. पूर्व में बीएड चार वर्ष की प्रवेश परीक्षा के लिये जारी प्रवेश पत्र में छात्र छात्राओं के लिये निर्धारित परीक्षा केंद्र हायर सेकेंडरी को बदलकर बीएड दो वर्ष की प्रवेश परीक्षा के लिये जवाहर नगर क्षत्रिय सीनियर सेकंडरी विद्यालय को किया गया.
रोहित की मेहनत सभी के लिये प्रेरणा
सप्ताह भर तक नेत्रहीन छात्र रोहित को बीएड प्रवेश परीक्षा की अनुमति दिलवाने के लिये प्रशासनिक व वैधानिक स्तर पर संघर्ष करने वाले छात्र नेता चर्मेश शर्मा ने कहा कि विधि के नेत्रहीनता के अन्याय के बावजूद विपरीत परिस्थितियों में रोहित का कठिन परिश्रम सभी के लिये एक प्रेरणा है. उन्होंने कहा कि ईश्वर का यह कैसा अन्याय है कि रोहित और जतिन दो भाई हैं और दोनों ही जन्म से ही पूर्णतया नेत्रहीन है. छात्र के मानवीय सहयोग के लिए उन्होंने जिला कलेक्टर रेणु जयपाल के योगदान की भी सराहना की. रविवार परीक्षा केंद्र के बाहर छात्रों ने नेत्रहीन छात्र रोहित दौलतानी का तिलक लगाकर और माल्यार्पण कर स्वागत किया. इस अवसर पर पूर्व पार्षद जितेंद्र दाधीच, विद्यालय के संचालक रणजीत सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता हिमालय वर्मा, केशव गौतम और रोहित के पिता महेश दौलतानी ने भी रोहित का स्वागत करते हुए हौसला बढ़ाया.
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