Rajasthan News: कांग्रेस के नवनिर्वाचित राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) 26 अक्टूबर, बुधवार को सुबह 10 बजे से एआईसीसी मुख्यालय में शपथ ग्रहण करेंगे. इस दौरान कांग्रेस की निवर्तमान अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi), कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi), पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेंद्र बघेल सहित देश के कई बड़े नेता मौजूद रहेंगे.


राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), पूर्व मंत्री और गुजरात प्रभारी रघु शर्मा (Raghu Sharma), पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट (Sachin Pilot), पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, एआईसीसी सचिव धीरज गुर्जर समेत प्रदेश के कई नेता शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने दिल्ली जाएंगे.


प्रदेश में शुरू हुई सियासी चर्चा
शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही सूबे के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि खरगे के शपथ लेने के बाद राजस्थान में एक बार फिर सियासी हलचल शुरू होगी. शपथ लेते ही खरगे की पहली प्राथमिकता राजस्थान रहेगी. वजह यह है कि यहां कांग्रेस पार्टी में लंबे समय से बवाल मचा है. अगले साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में पार्टी के लिए सत्ता वापसी चुनौती होगी. अगर समय रहते पार्टी में पनपी गहरी गुटबाजी समाप्त नहीं की गई तो नतीजे सत्ता परिवर्तन करवा सकते हैं.


विधायकों के इस्तीफे का निकालेंगे हल?
कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के दौरान हुए पॉलिटिकल ड्रामे के बीच कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सी.पी.जोशी (CP Joshi) को सामूहिक इस्तीफे सौंप दिए थे. करीब 90 विधायकों के इस्तीफों पर भी फैसला बाकी है. इसे लेकर विपक्षी दल बीजेपी भी सरकार पर सवाल उठा रही है. ऐसे में खरगे को कांग्रेस की साख बचाने के लिए समय पर यह मामला भी सुलझाना होगा. फिलहाल पार्टी के सामने एक बड़ा संकट यह है कि यदि इस्तीफे स्वीकार करते हैं तो राजस्थान की कांग्रेस सरकार (Congress Government) अल्पमत में आ जाएगी. कांग्रेस के हाथ से सत्ता भी जा सकती है. ऐसे में जानकारों का मानना है कि किसी भी स्थिति में इस्तीफे स्वीकार नहीं किए जाएंगे.


नेताओं के नोटिस का करेंगे फैसला?
सरकारी मुख्य सचेतक और जलदाय मंत्री महेश जोशी (Mahesh Joshi), यूडीएच व संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) और राजस्थान टूरिज्म डवलपमेंट कॉरपोरेशन (RTDC) धर्मेंद्र राठौड़ (Dharmendra Rathore) के नोटिस मामले में खरगे फैसला करेंगे. गत 25 सितंबर 2022 को जयपुर में प्रदेश प्रभारी अजय माकन (Ajay Maken) के साथ बतौर कांग्रेस पर्यवेक्षक खरगे ने पार्टी की बैठक बुलाई थी मगर ये तीनों नेता अनुपस्थित रहे. पार्टी ने इन्हें अलग समानांतर बैठक करने और अनुशासनहीनता के आरोप में अलग-अलग नोटिस जारी किए थे. इन तीनों नेताओं ने पार्टी आलाकमान को जवाब में अपनी सफाई भेज दी थी. फिलहाल उस जवाब के बाद पार्टी ने कोई फैसला नहीं किया है.


दिव्या मदेरणा लगातार हैं हमलावर
कांग्रेस नेताओं के नोटिस मामले को लेकर विधायक दिव्या मदेरणा लगातार हमलावर हैं. उन्होंने कहा था कि सख्त कार्रवाई हो ताकि यह नजीर पेश हो कि कोई किसी भी पद का व्यक्ति अनुशासनहीनता का हिस्सा बने तो उस पर कार्रवाई होगी. पूरे राजस्थान और भारत में यह संदेश जाएगा कि कोई इस तरीके की पार्टी विरोधी गतिविधियों का हिस्सा बन आलाकमान को ललकारे या अनुशासनहीनता करेंगे तो उस पर गाज गिरेगी.


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