Ajmer News: राजस्थान में सक्रिय अजमेर विद्युत वितरण निगम ने बिजली चोरों के खिलाफ विशेष सतर्कता अभियान शुरू किया है. इसके तहत 11 जिलों में 17838 जगहों पर छापा मारा. इनमें 2416 जगहों पर बिजली चोरी और 652 जगहों पर बिजली के दुरूपयोग के मामले सामने आए. इन सभी पर 5.85 करोड़ रूपये जुर्माना लगाया है.
इंजीनियरों की सक्रियता से पकड़ी चोरियां
अजमेर विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक एन. एस. निर्वाण ने बताया कि निगम की ओएंडएम और विजिलेंस शाखा के अलावा मीटर एंड प्रोटेक्शन शाखा, प्रोजेक्ट विंग, स्टोर विंग के अभियंताओं को सतर्कता जांच करने के लिए निर्देशित किया. निगम के इंजीनियरों ने 11 जिलों में 17838 स्थानों पर जांच की. जिसमें 2416 विद्युत चोरियां पकड़ी गईं और 652 मामले विद्युत दुरुपयोग के सामने आए हैं. निगम ने इनके खिलाफ 5.85 करोड़ रुपये जुर्माना लगाया है. आने वाले समय में इस अभियान को और अधिक गति दी जाएगी.
सबसे ज्यादा नागौर में 404 मामले
एन एस निर्वाण ने बताया कि डिस्कॉम की टीम में नागौर जिले के इंजीनियरों ने सबसे अधिक 404 बिजली चोरी के मामले पकड़े हैं. जिन पर 78.35 लाख रूपये जुर्माना लगाया है. अजमेर शहर सर्किल में 32 मामलों पर 7.75 लाख, अजमेर जिला सर्किल में 47 मामलों पर 11.12 लाख, भीलवाड़ा में 374 मामलों पर 61.46 लाख, झुंझुनू में 318 मामलों पर 57.50 लाख, उदयपुर में 160 मामलों पर 18.70 लाख, राजसमंद में 64 मामलों पर 8.23 लाख, बांसवाड़ा में 159 मामलों पर 21.79 लाख, डूंगरपुर में 70 मामलों पर 6.98 लाख, चितौड़गढ़ में 387 मामलों पर 86.39 लाख और प्रतापगढ़ में 29 मामलों पर 4.33 लाख रुपए जुर्माना लगाया है.
652 जगह दुरुपयोग के मामले दर्ज
अजमेर डिस्कॉम एमडी ने बताया कि निगम की एमएंडपी विंग ने 113 मामलों पर 30.40 लाख, विजिलेंस विंग ने 190 मामलों पर 51.33 लाख, प्रोजेक्ट विंग ने 56 मामलों पर 10.25 लाख व स्टोर विंग ने 13 मामलों पर 1.77 लाख रुपये की बिजली चोरियां पकड़ कर जुर्माना लगाया. डिस्कॉम ने 652 जगह बिजली दुरुपयोग के मामले दर्ज किए हैं. इसके तहत 1.15 करोड़ रुपये जुर्माना लगाया है.
ये भी पढ़ें