Rajasthan Crime News: राजस्थान का कुख्यात बदमाश मोखम सिंह आज शुक्रवार को ब्यावर पुलिस के हत्थे चढ़ गया. इस शातिर बदमाश के खिलाफ गंभीर अपराधों के 61 मुकदमे दर्ज हैं. इस अपराधी ने अजमेर पुलिस को परेशान कर रखा है. इसे पहले भी कई बार गिरफ्तार किया गया था लेकिन चकमा देकर जेल से फरार हो गया.
अजमेर के एसपी चुनाराम जाट ने बताया कि ब्यावर सदर थाना क्षेत्र के गांव लसानी प्रथम में रहने वाला 43 वर्षीय मोखम सिंह मेहरात पुत्र साबिर मेहरात लोगों को डरा धमकाकर और जान से मारने की धमकियां देकर रुपए की मांग करता था. आमजन में भय व्याप्त कर क्षेत्र में अपना दबदबा कायम करना चाहता था. अजमेर जिले के टॉप 10 बदमाशों की सूची में मोखम का नाम पहले नंबर पर है. यह सक्रिय हार्डकोर अपराधी है.
रुपए की डिमांड कर देता था धमकियां
मोखम सिंह ने उदयपुर रोड चुंगी नाका निवासी पीड़िता व रानीसागर खरवा निवासी जसवीर सिंह से भी रुपए की डिमांड की और नहीं देने पर जान से मारने की धमकियां दी. शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा के सुपरविजन व मसूदा सीओ ईश्वर सिंह के नेतृत्व में ब्यावर सदर थानाधिकारी चेनाराम बेडा, जिला साईबर सेल (डीएसटी) से कांस्टेबल प्रवीण चौधरी व थाने से टीम का गठन किया.
मोखम चकमा देकर भागने में है माहिर
एसपी ने बताया कि कुख्यात आरोपी मोखम सिंह बड़ा ही शातिर व चालाक किस्म का है जो लगातार पुलिस को चकमा देकर भागने में माहिर है. पहले भी भीम, ब्यावर व अजमेर जेल से फरार हो गया था. ऐसे में मोखम को पकड़ना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी. पुलिस टीम ने गहनता से जांच करते हुए सभी ठिकानों की तलाशी ली और साक्ष्य जुटाए. गुरुवार रात पुलिस को मोखम के अजमेर में होने की जानकारी मिली. मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने अजमेर में मित्तल अस्पताल से चौपाटी के आसपास इलाके में घेराबंदी की. आरोपी ने पुलिस टीम को देख दीवार फांदकर भागने का प्रयास किया. पुलिस के सक्रिय सदस्यों ने सजगता व कुशलता से पीछा करते हुए आनासागर झील के पास झाड़ियों से आरोपी को धर दबोचा. पुलिस ने पूछताछ में कई अन्य वारदातों का खुलासा होने की संभावना जताई है.
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