Petrol Pump Closed in Rajasthan:  अपनी मांगों को लेकर राजस्थान (Rajasthan) के सभी पेट्रोल पंप (Petrol Pump) संचालक अपना पेट्रोल पंप आज यानी मंगलवार रात 8 बजे से 11 बजे तक बन्द रखेंगे. साथ ही जिला एसोसिएशन के बैनर तले सुबह जिला कलेक्टर को पेट्रोलियम मंत्री हरदीप पुरी के नाम ज्ञापन भी सौंपा जाएगा. उदयपुर डीलर्स एसोसिएशन के सचिव राज राजेश्वर ने बताया कि ज्ञापन के जरिये कहा जाएगा कि विगत दिनों सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी अचानक कम किए जाने से सभी पेट्रोल पंप मालिकों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा है. पूर्व में भी एक्साइज ड्यूटी घटाई गई थी तब भी डीलरों को लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ा था. जिसके लिए हमारी कोई गलती और कारण नहीं बनता है.

पेट्रोल पंप मालिकों के पास उस दिन जो भी स्टॉक रहा उसकी एक्साइज हमें ही भरनी पड़ गई जो बिल्कुल गलत हुआ है. जिस प्रकार पेट्रोल एवं डीजल की कीमतें धीरे-धीरे बढ़ाई जाती है उसी प्रकार एक्साइज ड्यूटी में क्रमशः कमी की जाएं ताकि पैट्रोलियम डीलर को अनावश्यक नुकसान नहीं उठाना पड़े.

 

2017 के बाद पेट्रोलियम डीलर मार्जिन में वृद्धि नहीं की गई

राजराजेश्वर ने आगे बताया कि वर्ष 2017 के बाद पेट्रोलियम डीलर मार्जिन में वृद्धि नहीं की गई जबकि पेट्रोल डीजल के भाव 60 रुपए प्रति लीटर से बढ़कर 100 रुपए प्रति लीटर तक हो गए हैं. इसकी वजह से पूंजी निवेश बढ़ गया है. उससे ब्याज एवं अन्य खर्चे भी बढ़ चुके हैं, साथ ही बाजार के अन्य खर्चों में भी वृद्धि हो चुकी है और डीलर मार्जिन वहीं का वहीं ही है. एक छोटा सा व्यापारी अपने व्यापार में लाभ और वस्तु के विक्रय की कीमत  तय करने का अधिकारी होता है परंतु हमारे इस ट्रेड में यह काम सरकार के हाथों में होता है और सरकार लंबे समय से इस बारे में कोई निर्णय नहीं ले रही है‌. एसोसिएशन समय-समय पर इसकी मांग उठती रही है.

 

पेट्रोल/ डीजल को भी जीएसटी की व्यवस्था में शामिल किया जाए

उन्होंने बताया कि पेट्रोलियम क्षेत्र में आज भी जीएसटी प्रणाली लागू नहीं हो पाई है. राज्यों में अपनी-अपनी वैट की दरें लागू रहती है जिसकी वजह से देश में अलग-अलग कीमतें रहती है. अतः  पेट्रोलियम क्षेत्र पेट्रोल/ डीजल को भी जीएसटी की व्यवस्था में शामिल किया जाए. देश दुनिया में आई कोरोना महामारी के दौरान भी सभी पैट्रोल पंप ने आकस्मिक आवश्यकता के तहत अपनी सेवाएं दी है. इसी कारण आज संपूर्ण राजस्थान एवं देश की कई राज्यों में 3 घंटे पंप पर बिक्री बंद रखने एवं पूरे दिन नो परचेज अर्थात माल क्रय नहीं करने के तहत विरोध व्यक्त किया जा रहा है.

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