Bharatpur News: जनसंवाद कार्यक्रम में किसान नेता ने कह दी ऐसी बात कि ACB चीफ भी रह गए हैरान, जानें- पूरा मामला
Bharatpur News: बी.एल. सोनी ने कहा कि हम आमजन से यह अपील कर रहे हैं कि अगर उनकी मेहनत की कमाई में से कोई भी भ्रष्ट लोक सेवक रिश्वत की मांग करे तो उसको न कहें और एसीबी के पास आएं.
Bharatpur News: राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Anti-Corruption Bureau) के महानिदेशक बी. एल. सोनी (BL Soni) एवं अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी (Hemant Priyadarshi) एक दिवसीय दौरे पर भरतपुर पहुंचे. भरतपुर के ऑडिटोरियम में जन जागरूकता और जन संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जनसंवाद कार्यक्रम में शहर के प्रमुख व्यवसायी और गणमान्य नागरिक मौजूद रहे. जन संवाद कर महानिदेशक बी.एल. सोनी ने लोगों को बताया की भ्रष्टाचार पर कैसे रोक लगाई जाए. अगर किसी व्यक्ति द्वारा अनैतिक रूप से किसी प्रकार की मांग की जाती है तो कहां और कैसे शिकायत की जाए.
मंत्री पैसे लेते हैं, इससे कैसे निपटें
इसी दौरान किसान नेता राजपाल पूनिया ने खड़े होकर बीएल सोनी से ऐसा कुछ पूछ लिया कि वह किसान नेता की बात का जवाब नहीं दे पाए. किसान नेता ने बीएल सोनी से पूछा की सरकारी संरक्षण में सभी पेपर आउट हो रहे हैं. हर डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार हो रहा है. ऐसा क्यों हो रहा है? राजस्थान में पुलिस थानों पर थाना अधिकारी पैसे कमा कर एसपी को देते हैं. सरकार इसके बारे में कोई निर्णय नहीं ले सकती क्योंकि सरकार पैसे से चलती है. सीएम गहलोत के इस सिस्टम का क्या होगा?
एसीबी के पास कैसे जाएं
इस मौके पर महानिदेशक बी.एल. सोनी ने बताया कि हम हर संभाग मुख्यालय पर जाकर आमजन से यह अपील कर रहे हैं कि अगर उनकी मेहनत की कमाई में से कोई भी भ्रष्ट लोक सेवक रिश्वत की मांग करे तो उसको न कहें और एसीबी के पास आएं. एसीबी के पास कैसे आना है वो तरीका हमने बताया है. वार्ट्सअप हेल्पलाइन 1064 है या व्यक्तिगत रूप से भी एसीबी की चौकी पर संपर्क कर सकते हैं. अगर परिवादी सटीक सूचना देते हैं तो हम उसका सत्यापन कराकर उनके साथ मिलकर भ्रष्ट लोकसेवकों को जेल पहुंचाते हैं और भ्रटाचार में लिप्त की गई राशि को बरामद करते हैं. लोगों की सूचना पर ही हम भ्रष्ट लोगों को पकड़ सकते हैं.
सरकार ने नहीं मिलती अभियोजन की स्वीकृति
एसीबी महानिदेशक ने कहा कि हमें इसको लेकर जागरूकता की जरुरत है और इसको एक चुनौती के रूप में लेने की जरुरत है कि हम रिश्वत न दें. उन्होंने कहा कि समाज में इसकी जो स्वीकारिता हो गई है कि ले देकर अपना काम निकालो उसको चुनौती देने की जरूरत है. जब भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक बी.एल.सोनी से पूछा गया कि सरकार द्वारा अभियोजन की स्वीकृति नहीं मिलती है तो उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर चर्चा हुई है अभियोजन स्वीकृति को उच्चतम स्तर पर मॉनिटरिंग किया जा रहा है. पहले कम संख्या में अभियोजन स्वीकृतियां आती थीं. पहले एक वर्ष में 350 के लगभग अभियोजन स्वीकृतियां आती थीं, पिछले साल 600 के करीब अभियोजन स्वीकृतियां आईं और इस वर्ष भी लगभग 700 के करीब अभियोजन स्वीकृतियां आएंगी.
भरतपुर में एसीबी का अधीक्षक नहीं
उन्होंने कहा कि पहले मनाई की भी लगभग 25% आती थीं लेकिन अब मनाई का प्रतिशत भी 12 -15 के लगभग है. इसमें स्थिति का सुधार हो रहा है, राज्य सरकार उच्चतम स्तर पर इसकी मॉनिटरिंग कर रही है. उन्होंने कहा कि जिन विभागों में भ्रष्टाचार के मामले हैं वहां हमारे अधिकारी प्रेजेंटेशन करते हैं. भरतपुर जिला मुख्यालय पर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का अधीक्षक नहीं होने पर उन्होंने कहा कि यह सही है कि मानव संसाधन की कमी एक गंभीर बात है लेकिन सरकार की तरफ से सकारात्मक संकेत मिले हैं. लोगों से आवेदन मांगे गये हैं. जिसका भ्रस्टाचार निरोधक ब्यूरो में सलेक्शन होता है उनको विशेष भत्ता मिलता है. सलेक्शन के तहत ही एएसपी, इन्स्पेक्टर के पदों के लिए आवेदन मांगे गए हैं.
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