Asaram Update: अपने ही गुरुकुल की नाबालिग छात्रा के साथ बलात्कार (Rape) के मामले में अंतिम सांस तक कारावास की सजा भुगत रहे आसाराम (Asaram) जोधपुर सेंट्रल जेल (Jodhpur Central Jail) में बंद है. शनिवार (4 जून) को आसाराम को आज कड़े सुरक्षा घेरे में जांच के लिए जोधपुर स्थित एम्स (AIIMS) लाया गया. डॉक्टरों ने उनकी जांच की. बताया जा रहा है कि उन्हें यूरिन इन्फेक्शन (Urine Infection) की शिकायत है. जांच के बाद फिर आसाराम जेल भेज दिया गया. आसाराम के सैकड़ों समर्थक भी सड़क पर इकट्ठा दिखे. दरअसल, जेल से एम्स लाए जाने के दौरान रास्ते में कई स्थानों पर बड़ी संख्या में आसाराम समर्थक मौजूद थे. आसाराम का वाहन देखते ही वे उसके पीछे-पीछे भागने लगे लेकिन निकट नहीं पहुंच पाए.


एम्स में करीब दो घंटे तक आसाराम की कई चिकित्सकीय जांचें की गईं. डॉक्टरों का कहना है कि ''आसाराम को किसी प्रकार की गंभीर बीमारी नहीं है, अधिकांश जांचें सामान्य नजर आ रही हैं.'' डॉक्टरों का कहना है कि 83 वर्षीय आसाराम को बढ़ती उम्र में होने वाली कुछ बीमारियां जरूर हैं लेकिन सामान्य तौर पर वह ठीक हैं. बता दें कि आसाराम ने अपनी सेहत का हवाला देकर राजस्थान हाईकोर्ट में सजा स्थगन की याचिका दायर कर रखी है.  इस याचिका पर सरकारी पक्ष के वकील का जवाब पेश नहीं होने के कारण पिछली सुनवाई टल गई थी.


इसलिए जेल में बंद हैं आसाराम


गुरुकुल में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने आरोप लगाया था कि पंद्रह अगस्त 2013 को जोधपुर के निकट मणाई गांव स्थित एक फार्म हाउस में आसाराम ने उसका यौन उत्पीड़न किया था. बीस अगस्त 2013 को उसने दिल्ली के कमला नगर पुलिस थाने में आसाराम के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. जोधपुर का मामला होने के कारण दिल्ली पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने के लिए उसे जोधपुर भेजा. जोधपुर पुलिस ने आसाराम के खिलाफ नाबालिग से यौन उत्पीड़न करने का मामला दर्ज किया. 


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पुलिस 31 अगस्त 2013 को इन्दौर से आसाराम को गिरफ्तार कर जोधपुर ले आई थी. उसके बाद से आसाराम लगातार जोधपुर जेल में ही बंद हैं. अप्रैल 2018 में ट्रायल कोर्ट ने आसाराम को दोषी करार देते हुए मरते दम तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी. आसाराम 15 से ज्यादा बार जमानत हासिल करने का प्रयास कर चुकें हैं लेकिन हर बार उनकी याचिका खारिज कर दी गई.


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