Jodhpur News: अशोक गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत को बताया 'निकम्मा', केंद्रीय मंत्री ने किया पलटवार
इन दिनों सीएम अशोक गहलोत काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं. सीएम गहलोत और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जुबानी वार जारी है.
Rajasthan Politics: राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के अंत में होने हैं, लेकिन सियासी हलचल अभी से तेज हो गई है. दरअसल इन दिनों मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और केंद्रीय मंत्री शेखावत के बीच वार-पलटवार से प्रदेश की राजनीति में सियासी पारा चढ़ गया है.
इन दिनों सीएम अशोक गहलोत काफी आक्रामक नजर आ रहे हैं. सीएम गहलोत और केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के बीच जुबानी वार जारी है. ईस्टर्न कैनाल मुद्दे पर शनिवार को गहलोत ने एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री को 'निक्कमा' कहा था. ईआरसीपी प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की ओर से रोके जाने का पत्र मिलने के बाद सीएम गहलोत ने कहा है कि हमारी सरकार ने ईआरसीपी के लिए 9,600 का बजट राज्य कोष से जारी किया है. इस प्रोजेक्ट में राज्य का पैसा लग रहा है. पानी हमारे हिस्से का है तो केंद्र हमें ईआरसीपी का काम रोकने के लिए कैसे कह सकती है?
सीएम गहलोत ने साधा निशाना
सीएम गहलोत ने कहा, "प्रधानमंत्री की मीटिंग में एब्सेंट माइंड रहना अच्छी बात है क्या? इसका मतलब हम कभी कहेंगे कि प्रधानमंत्री जी ऐसे निकम्मे मंत्री को रखते ही क्यों हो जो आपकी मीटिंग में ही एब्सेंट माइंड रहता है. प्रधानमंत्री बोले और आपने सुना ही नहीं, गजेंद्र सिंह खुद कह रहे हैं कि सुना ही नहीं."
शेखावत ने किया पलटवार
वहीं सीएम अशोक गहलोत के बयान पर गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि जोधपुर की जनता ने उन्हें जो प्रचंड बहुमत का आशीर्वाद दिया है, उसे गहलोत पचा नहीं पा रहे हैं. साथ ही उन्होंने दोहे के माध्यम से कटाक्ष किया. शेखावत ने कहा कि बोली एक अनमोल है जो कोई बोले जानि, हियै तराजु तोल के तब मुख बाहर आनि. शेखावत ने कहा कि मुझसे पहले वे अपनी पार्टी के नेता को भी अपना प्रिय शब्द निक्कमा कह चुके हैं. जो भाषा गहलोत बोल रहे हैं, वह एक मुख्यमंत्री से अपेक्षा नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि कुर्सी जाने के डर से ऐसे बयान दे रहे हैं.
'सचिन पायलट को लेकर लगाया झूठा आरोप'
शेखावत ने कहा, "पहले मुख्यमंत्री ने सचिन पायलट पर उनसे मिलकर सरकार गिराने का षड्यंत्र रचने का झूठ बोला. अब ईआरसीपी को लेकर भी एक झूठ गहलोत साहब रोज बोल रहे हैं. गहलोत बार-बार बयान दे रहे हैं कि प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय परियोजना का वादा किया था. जबकि यह पहले ही स्पष्ट किया जा चुका है कि 2018 में प्रधानमंत्री ने ईआरसीपी को लेकर जयपुर में केवल इतना कहा था कि यह योजना उनके पास भेजी गई है. सारे पक्षों से बातचीत कर हम इस पर संवेदनशीलता से विचार करेंगे. अजमेर में भी कहा था कि इस योजना पर विचार चल रहा है."
उन्होंने आरोप लगाया कि गहलोत को उम्मीद है कि एक झूठ सौ बार बोलने से वो सच हो जाएगा, पर ऐसा होता नहीं है. शेखावत ने कहा कि ईआरसीपी को लेकर गहलोत केवल और केवल भ्रम की राजनीति कर रहे है.
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