Rajasthan News: राजस्थान के कोटा जिले के रामपुरा कोतवाली थाना क्षेत्र में एक मासूम के पानी की टंकी में डूबने से हुई मौत का खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने मृतक मासूम की चाची सहित तीन अन्य नाबालिगों के खिलाफ चालान पेश कर दिया. नाबालिगों का चालान बाल कोर्ट में पेश किया गया है. पुलिस उपाधीक्षक अमर सिंह ने बताया कि 300 पेज के चालान में 30 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं. चालान 302 में पेश किया गया है.
मामले के अनुसार बच्चे की मौत के बाद उसका शव कब्र से निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया था. परिजनों ने मामले में हत्या की आशंका जताई थी जिसके बाद कोर्ट के आदेश पर पोस्टमार्टम मेडिकल बोर्ड से हुआ था. उसके बाद पुलिस ने मृतक बच्चे की चाची को गिरफ्तार किया था. ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था और पुलिस के लिए चुनौती था, लेकिन पुलिस ने मामले में चाची को गिरफ्तार किया था.
ये था पूरा मामला
इमरान ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जिसमें उसने बताया कि 25 अप्रैल को शाम 6 बजे मेरी पत्नी अंजुम ने फोन कर बताया कि बच्चा अबीर अंसारी उम्र डेढ़ वर्ष 5.30 बजे से गायब है. जिसको मैंने घर और आसपास तलाश किया लेकिन बच्चा नहीं मिला. इस पर मैं नगर निगम कोटा ऑफिस से तुरंत अपने घर करबला आया और मैंने भी घर पर मोहल्ले में बच्चे की तलाश की. इतने में ही मेरी पत्नी का फोन आया कि बच्चा अबीर अपने मकान की छत पर रखी पानी की भरी हुई टंकी में मिल गया है. जिसको शाकिर और इफ्खिार जेके लोन अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने जांच के बाद मासूम को मृत घोषित कर दिया.
मृतक बच्चे को नयापुरा कब्रिस्तान में रात्रि के समय एक बजे दफनाया गया. हम कब्रिस्तान से वापस घर आ गए. हम सभी परिवारों वाले शोक में थे, इसलिए हमें कुछ समझ नहीं आया. परिवार में आपस में बातचीत करने पर मेरी भाभी शबनम ने बताया कि टंकी का ढक्कन लगा हुआ था. इस पर मुझे शक है कि मेरा बेटा अबीर अंसारी की किसी ने हत्या की है और बच्चे की लाश को नयापुरा कब्रिस्तान से निकलवा कर पोस्टमार्टम करवाया जाए और कानूनी कार्रवाई करें. रामपुरा पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का पर्दाफाश करते हुए आरोपी सोबिया अंसारी को गिरफ्तार किया था.
निगम में नौकरी लगने को लेकर थी रंजिश
बच्चे अबीर के पिता इमरान की कोटा नगर निगम में उसके पिता की जगह नौकरी लग गई थी जबकि हत्या करने वाली चाची सोबिया अपने पति जिशान को सरकारी नौकरी पर लगवाना चाहती थी. जब उसके पति की नौकरी नहीं लगी तो उसने बच्चे को मारने का प्लान बनाया और चम्बल नहीं में कुछ बच्चों को अबीर को डूबोकर मारने का लालच दिया, लेकिन बच्चे नहीं माने.
उसके बाद अबीर को घर में ही मारने का प्लान बनाया और खेलते हुए नन्हें अबीर को परिवार के तीन बच्चों को छत पर ले जाने के लिए कहा और वहां सोबिया भी पीछे से पहुंच गई और पानी की टंकी का ढक्कन खोलकर मासूम को उसमें डाल दिया जिससे उसकी मौत हो गई. दिल दहला देने वाली इस घटना से पूरे समाज और शहर में आक्रोश था. पुलिस पर भी घटना को खोलने का दबाव था. ऐसे में इस ब्लाइंड मर्डर का पुलिस ने खुलासा किया था.